कर्फ्यू भी नहीं रोक पाया टीकाकरण का कदम
बरनाला करीब दो महीने तक कोरोना संकट की वजह से सरकारी अस्पताल पूरी तरह से काम नहीं कर पाए।
अमनदीप राठौड़, बरनाला : करीब दो महीने तक कोरोना संकट की वजह से सरकारी अस्पताल पूरी तरह से काम नहीं कर पाए। ओपीडी सहित कुछ इमरजेंसी सेवाएं ही जारी रहीं। लेकिन सिविल अस्पताल बरनाला में कर्फ्यू में भी लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या पेश नहीं आने दी गई, नवजात शिशुओं को लगने वाले टीकों का काम भी प्रभावित नहीं हुआ, जैसे-जैसे बच्चों के अभिभावक बच्चों का टीकाकरण करवाने के लिए आते गए बच्चों का टीकाकरण किया गया। बताते चलें कि सिविल सर्जन डॉक्टर गुरिदरवीर सिंह ने जब से सिविल अस्पताल में सीएमओ का चार्ज संभाला है उनकी तरफ से सिविल अस्पताल में किसी भी प्रकार की कोई समस्या लोगों को पेश नहीं आने दी गई, ब्लड बैंक में रक्तदान की कमी कर्फ्यू में भी उनकी तरफ नहीं आने दी गई व ना ही रक्त की कोई कमी सिविल अस्पताल में अब है।
सिविल सर्जन डॉक्टर गुरिदरवीर सिंह ने कहा कि मेरा मकसद सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों की सेवा करना, जिनकी मैं तो सेवा कर ही रहा हूं, वहीं मेरे सेहत विभाग के कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी तनदेही व मेहनत से करके लोगों की सेवा कर रहे हैं। उनकी तरफ से कर्फ्यू में भी लोगों को सिविल अस्पताल में कोई भी परेशानी नहीं आने दी गई व ना ही अब आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक में रक्तदान की कोई कमी नहीं है, टीकाकरण करवाने आ रहे बच्चों के लिए वैक्सीन व टीकों की कोई कमी नहीं है। यूं कह लीजिए कि सिविल अस्पताल में लोगों को सेवा देने के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि भीड़ वाली जगह पर जाने से गुरेज करें, हाथों को अच्छे से धोएं, मुंह पर मास्क बांधकर रखें। खांसी, जुकाम, बुखार व थकावट होने पर तुरंत सिविल अस्पताल में जांच करवाई जाए।
गौर हो कि कोरोना वायरस के चलते सिविल सर्जन डॉ. गुरिदरबीर सिंह की डॉक्टरों की टीम ने लोगों को कोरोना वायरस संबंधी तो जागरुक किया ही, वहीं पॉजिटिव आए मरीजों का अच्छे से उपचार करके उनको नेगेटिव किया।