Barnala: विवाहिता के खुदकुशी के मामले में इंसाफ के लिए किया थाना सदर का घेराव
Barnala विवाहिता द्वारा ससुरालियों से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में मृतका के स्वजनों ने विभिन्न किसान संगठनों सहित मंगलवार को इंसाफ की गुहार लगाते हुए थाना सदर का घेराव किया। मुख्य आरोपी किरणजीत कौर को प्राथमिकता के आधार पर गिरफ्तार करने की मांग किया।
बरनाला, जागरण टीम: गांव हंडिआया में विगत 10 नवंबर को एक विवाहिता द्वारा ससुरालियों से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में मृतका के स्वजनों ने विभिन्न किसान संगठनों सहित मंगलवार को इंसाफ की गुहार लगाते हुए थाना सदर का घेराव किया।
धरने को संबोधित करते हुए मृतका के पिता कर्म सिंह, भाकियू एकता मालवा के प्रांतीय उप प्रधान गुरविंदर सिंह बल्लों, जिला प्रधान बहादुर सिंह रूड़ेके कलां, पंजाब किसान यूनियन रूलदू मानसा के बलाक प्रधान जग्गा सिंह बदरा, रूड़के कलां के इकाई प्रधान जीत सिंह रूड़ेके कलां, भाकियू एकता उगराहां के ब्लाक उप प्रधान कुलदीप सिंह धालीवाल, गुरप्रीत सिंह मणी ने कहा कि रूड़ेके कलां निवासी अमनदीप कौर का विवाह तीन फरवरी 2021 को हंडिआया निवासी नरिंदर सिंह के साथ हुआ था।
विवाह के बाद उसका पति व ससुराल परिवार अमनदीप कौर से दहेज की मांग करते हुए उसे तंग परेशान व मारपीट करने लगा। जिससे दुखी होकर अमनदीप कौर ने 10 नवंबर को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतका के पिता कर्म सिंह ने बताया कि पहले अमनदीप कौर द्वारा अपने पति नरिंदर सिंह की इटली जाने के लिए करीब एक लाख रुपये मायके परिवार से लेकर लगाए थे।
इस उपरांत राखी वाले दिन भी उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया था व चार लाख रुपये की मांग की थी। मृतका के पित व ससुराल परिवार ने पहले भी उसे जान से मारने की धमकियां दी थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने बहुत जोर लगाया कि उनकी बेटी का घर बसा रहे परंतु उनकी बेटी लालची ससुराल परिवार के जुल्म की भेंट चढ़ गई।
किसान नेताओं ने बताया कि इस मामले में पुलिस द्वारा मृतका के पति नरिंदर सिंह, ताया की बहू अमनदीप कौर उर्फ वीरपाल कौर, मौसी सास परमिंदर कौर, राजिंदर कौर निवासी हंडिआया व ताया की बहू किरनजीत कौर खिलाफ मामला दर्ज किया था।
किसान नेताओं ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति नरिंदर सिंह, ताई की बहू अमनदीप कौर उर्फ वीरपाल कौर, सास परमिंदर कौर, हंडिया की राजिंदर कौर और ताई की बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन पुलिस ने मुख्य आरोपी किरणजीत कौर उर्फ किरना से मिलीभगत करके उसे गिरफ्तार करने के बजाय फरार दिखा दिया।
इस संबंध में कल किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल एसएसपी संदीप कुमार मलिक से मिला था। जिन्होंने इसकी पड़ताल डीएसपी बरनाला को सौंपी थी लेकिन पुलिस ने मामले में देरी दिखाई तो मजबूरन उन्हें थाने के सामने धरना देना पड़ा। उन्होंने मांग की कि मामले की मुख्य आरोपी किरणजीत कौर को प्राथमिकता के आधार पर गिरफ्तार किया जाए और सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले में धारा 304-बी भी लगाई जाए।
क्या कहते हैं डीएसपी बरनाला
इस संबंध में जब डीएसपी बरनाला सतवीर सिंह बैंस से बात की गई तो मामले की आरोपी किरणजीत कौर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार और किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल द्वारा की गई मांगों का परीक्षण करने के बाद जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। डीएसपी सतवीर सिंह बैंस के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया।
रात को हाईवे पर रियलिटी चेक का कामन इंट्रो
दैनिक जागरण की ओर से शुरू किए गए महाअभियान के तहत पहले दिन के समय पंजाब की 7476 किलोमीटर सड़कों का आडिट किया गया और अब रात को सड़कों पर रियलिटी चेक किया गया। धुंध में रात के समय हाईवे पर खड़े वाहन सड़क हादसों का कारण बनते हैं और उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस या प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किया जाता है।
इतना ही नहीं पुलिस भी दिन के समय कई जगह नाके लगाती है लेकिन चेकिंग खत्म होने के बाद बैरिकेडिंग को वहीं छोड़ देती है। इसी की पड़ताल करने के लिए हमारी टीम जिले में रियलिटी चेक करने निकली तो कई जगह ऐसी अनियमितताएं पाई गईं।