अाप में कलह: एक जगह थे केजरीवाल व खैहरा, लेकिन नजरें भी नहीं मिलाई
पंजाब आप में कलह को शांत करने की कोशिशें परवान नहीं चढ़ रही हैं। आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल व सुखपाल खैहरा एक ही कार्यक्रम में थे, लेकिन उन्होंने नजरें भी नहीं मिलाईं।
जेएनएन, बरनाला। आम आदमी पार्टी में कलह समाप्त करने की कोशिशों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बागी नेता एक जगह नजर आए। लेकिन, दाेनों के बीच दूरियां कम न हुईं और उन्होंने आपस में नजरें तक नहीं मिलाईं। संबोधन के दौरान भी दोनों ने एक-दूसरे का नाम तक नहीं लिया। खैहरा सहित अाठ विधायकों के बगावत के बाद केजरीवाल का यह पहला पंजाब दौरा था।
पार्टी के आठ विधायकों की बगावत के बाद केजरीवाल का पहला पंजाब दौरा
केजरीवाल और आप के पंजाब प्रधान मनीष सिसोदिया यहां महलकलां के विधायक कुलवंत पंडोरी के पिता के भोग पर पहुंचे थे। केजरीवाल और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया रविवार सुबह बरनाला पहुंचे। विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर के घर विधायकों से मिले, लेकिन खैहरा गुट के विधायक नदारद थे।
यहां से भोग कार्यक्रम के लिए रवाना हुए। उनके पहुंचने से आधा घंटा पहले ही सुखपाल खैहरा और उनके समर्थक चार विधायक भदौड़ से पिरमल सिंह धौला, मौड़ से जगदेव कमालू, मानसा से नाजर सिंह और गढ़शंकर से जय किशन सिंह पहुंच चुके थे। ये सभी मंच से करीब 20 फीट की दूरी पर पीछे जाकर बैठ गए। केजरीवाल के साथ सिसोदिया, सांसद भगवंत मान व साधू सिंह और 11 विधायक थे। सभी मंच के बिलकुल पास बैठ गए। केजरीवाल व खैहरा ने मिलने की पहल भी नहीं की।
खैहरा ने मान को लगाया गले, बताया छोटा भाई
सांसद भगवंत मान ने सबसे पहले सुखपाल खैहरा को मंच पर संबोधन के लिए बुलाया। खैहरा ने मंच पर पहुंचते ही मान को गले लगाया, हालचाल पूछा। संबोधन में कहा कि वह मेरे छोटे भाई हैं।
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केजरीवाल बठिंडा कन्वेंशन की शर्तें मानेंगे तभी हमारे नेता
बाद में खैहरा ने कहा कि केजरीवाल अगर बठिंडा कन्वेंशन की उनकी मांगों को मान लेते हैैं तभी हमारे नेता हो सकते हैं। पार्टी के दो-तीन बड़े लोगों के कारण पंजाब के लाखों लोगों की आवाज से नहीं भाग सकते। अगर मांगें नहीं मानते हैं तो मैैं पंजाबियों के हितों की लड़ाई लड़ते रहूंगा। सुनाम में आप विधायकों की बुलाई विशेष बैठक के लिए उन्हें और उनके समर्थक विधायकों को नहीं बुलाया गया।
आप विधायकों के साथ बैठक करते अरविंद केजरीवाल।
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मैं हरपाल चीमा हां... हरपाल चीमा, मैनू अंदर जान दो यार
बरनाला के आप विधायक गुरमीत ङ्क्षसह मीत हेयर के घर अरविंद केजरीवाल सुबह करीब साढ़े 11 बजे आप विधायकों से बंद कमरे में बैठक कर रहे थे। कमरे के बाहर सुरक्षा इतनी कड़ी थी कि नेता विपक्ष हरपाल चीमा को भी बाहर ही रोक दिया गया। उन्हें ऊंची आवाज में कहना पड़ा... मैं हरपाल चीमा हां, हरपाल चीमा, मैनूं अंदर जान दो यार। मशक्कत के बाद चीमा को अंदर जाने दिया गया।
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विधायकों की नाराजगी दूर की जाएगी : केजरीवाल
सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर)। पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा के घर अरविंद केजरीवाल ने 11 विधायकों के साथ करीब अस्सी मिनट तक बैठक की। नाराज आठ विधायक बैठक से नदारद रहे, जबकि एक विधायक किसी वजह से नहीं पहुंच सके। केजरीवाल ने एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि विधायकों की नाराजगी जल्द दूर कर ली जाएगी। इसके लिए तीन-चार विधायकों की ड्यूटियां लगाई है, जरूरत पड़ने पर वह खुद भी बात करेंगे।
बैठक में मनीष सिसोदिया व सांसद भगवंत मान भी उपस्थित थे। बैठक में विधायक सुखपाल खैहरा, कंवर संधू सहित नौ विधायक गैरहाजिर रहे। नाराज विधायकों को लेकर केजरीवाल कुछ नरम दिखाई पड़े। उन्होंने कहा कि पार्टी का मकसद पूरे पंजाब को जोडऩा है। ऐसे हालात नहीं बनाना चाहते कि आप नेता पार्टी को छोड़कर चले जाएं।
बैठक में इन मुद्दों पर भी चर्चा हुई
आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई।
-बागी विधायकों को एक मंच पर लाने के लिए हर संभव कोशिश टटोली गई।
-यह भी तय हुआ कि सुखपाल खैहरा ग्रुप की जायज मांगों को माना भी जा सकता है।
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बहिबलकलां कांड में जब सब कुछ साफ तो सीबीआई जांच क्यों
केजरीवाल ने फरीदकोट के बहिबलकलां कांड को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कैप्टन सरकार इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप ठंडे बस्ते में डाल रही है। जब आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कई अधिकारियों के नाम शामिल किए हैं, तो क्यों सरकार उन्हें बचाने में जुटी है। रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
केजरीवाल बोले, कैप्टन अमरिंदर दिल्ली आकर विकास देखें
केजरीवाल ने कहा कि शिक्षा, सेहत, बिजली व पानी के मामले में दिल्ली सरकार ने रिकार्ड काम किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली आकर हुए विकास की तस्वीर को देखें। केजरीवाल ने कहा कि अगर कैप्टन अमरिंदर को समझ नहीं आ रहा कि स्कूलों व अस्पतालों की दशा में कैसे सुधार होगा, तो हम काम सिखाने के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 10 दिन के लिए पंजाब भेज देते हैं।
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बैठक में ये विधायक हुए शामिल
बैठक में विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल चीमा, विधायक मीत हेयर, अमन अरोड़ा, प्रो. बलजिंदर कौर, रूपिंदर कौर रूबी, मनजीत सिंह विलासपुर, कुलतारसिंह, सरबजीत कौर, अमनजीत सिंह, प्रिंसिपल बुद्ध राम शामिल हुए। बरनाला के हलका महल कलां के विधायक निर्मलसिंह पंडोरी गैरहाजिर थे लेकिन समर्थन दिया।