जेएनयू में हुई हिसा की उच्च स्तरीय जांच करवा होनी चाहिए
बरनाला जवाहर लाल नेहरु यूनवर्सिटी दिल्ली राष्ट्र विरोधी सरगर्मियों का अड्डा बनती जा रही है। यह बात प्रोगेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी ने रोष व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने कहा कि स्टूडेंटस यूनियन द्वारा लंबे समय से फीस में की बढ़ोतरी को वापिस लेने के लिए किए जा रहे संघर्ष के दौरान विगत दिनों रैलियां व रोष मार्चों के दौरान देश विरोधी नारे लगाना देश विरोधी कार्य है।
जागरण संवाददाता, बरनाला : जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली में राष्ट्र विरोधी सरगर्मियों का अड्डा बनती जा रही है। उक्त बात प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी ने रोष व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा लंबे समय से फीस में की बढ़ोतरी को वापिस लेने के लिए किए जा रहे संघर्ष के दौरान विगत दिनों रैलियां व रोष मार्च के दौरान देश विरोधी नारे लगाना देश विरोधी कार्य है। सोसायटी के महासचिव सुखविदर सिंह भंडारी व वित सचिव विजय शर्मा ने कहा कि यूनिवर्सिटी के सर्वर रुम में तोड़फोड़ व सुरक्षा दलों से मारपीट करने के आरोपों के तहत स्टूडेंट्स यूनियन की प्रधान आईशी घोष व 19 अन्य के खिलाफ केस दर्ज होना इस बात की मूंह बोलती तसवीर है, कि विद्यार्थी नेता पढ़ाई कम व राजनीतिक पार्टियों के हाथों का ठोका बन कर राजनीति अधिक करते है। उन्होंने विगत दिनों जेएनयू में हुई हिसा की निदा करते हुए कहा कि इस हिसा की उच्च स्तरीय जांच करवा कर आरोपितों को बख्सा नहीं जाना चाहिए, हर व्यक्ति व संगठन को शांतमय ढंग से रोष मार्च करने का हक है, परंतु हिसा पर उतारू होकर सरकारी काम में बाधा डालना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि सरकार को भी विद्यार्थी संगठनों के साथ बातचीत करके जायज मांगों का निपटारा करना चाहिए व विद्यार्थियों को राजनीति की बजाय पढ़ाई से ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर कुसुम कुमार गर्ग, तेजिदर सिंह, अश्वनी कुमार शर्मा, देवी दयाल बांसल, जनक राज बांसल, पीडी शर्मा, भीम सैन धनौला, प्रमोद जैन, सतपाल शेरपुर वाले, सरवेश कुमार, गोपाल चंद सिगला, मेला राम गोयल, भारत भूषण बबला, ज्ञान चंद, कमलजीत बांसल, बलवीर सिंह भंडारी आदि उपस्थित थे।