करवाचौथ की पूर्व संध्या पर महिलाओं ने खूब की खरीदारी, रात तक रही रौनक
करवाचौथ को लेकर बाजार सजे हुए हैं। महानगर के बाजारों में शनिवार को काफी रौनक छाई हुई है।
कमल कोहली, अमृतसर: करवाचौथ को लेकर बाजार सजे हुए हैं। महानगर के बाजारों में शनिवार को काफी रौनक छाई हुई है। कपड़ों, मनियारी की दुकान व ब्यूटी पार्लर पर महिलाओं की खूब भीड़ लगी रही। मनियारी और मेकअप की दुकानों से महिलाओं ने कांच की चूड़ियां, कंगन, मंगलसूत्र और अन्य मेकअप का सामान और पूजा के लिए फैंसी थाली भी खरीदी। वहीं दुकानों-शोरूम से नई ड्रेस खरीदी। इसके अलावा हलवाई व फलों की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ रही।
शहर में विभिन्न स्थानों पर मेहंदी लगाने वाले कारीगरों ने स्टाल लगाए हुए हैं। वहां पर महिलाओं हाथों पर डिजाइनर मेहंदी लगवा रही थीं। बाजार में रात 11 बजे तक रौनक देखने को मिली। वहीं महिलाओं ने पूजा करने के लिए सामान खरीदा। 24 अक्टूबर को करवाचौथ के दिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखकर शाम को पूजा अर्चना के बाद रात 8.14 मिनट पर चंद्रमा को अर्घ्य देंगी और अपना व्रत खोलेंगी। एक स्टाल पर हाथों पर मेहंदी रचा रहीं रानी का बाग निवासी प्रियंका ने कहा कि करवाचौथ के व्रत को लेकर वह काफी उत्साहित हैं। हालांकि इस दौरान वह कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बरतते हुए सभी रस्मों को पूरा करेंगी। इसी तरह रंजीत एवेन्यू की प्रतिभा व पलक, अनु अरोड़ा निवासी गोकुल विहार, सुनीता कुमारी निवासी बटाला रोड, मोनिका, वंशिका, वानी व अन्य महिलाओं ने संयुक्त रूप से बताया कि यह पर्व महिलाओं का फेवरेट है। ऐसे में वह इसे बेहद उत्साह के साथ मनाएंगी और धार्मिक परंपरा को निभाएंगी। मुंबई से आए मेंहदी लगाने वाले कारीगर
लारेंस रोड क्षेत्र में मेहंदी लगाने वाले एक हजार से 11 हजार रुपये डिजाइन के हिसाब से ले रहे हैं। कई जगह 200 से 500 रुपये तक मेहंदी लगाई जा रही थी। बंसल दि फूड प्लाजा लारेंस रोड में जो कारीगर लड़कियों और महिलाओं के मेहंदी लगा रहे थे, वे मुंबई से आए हुए थे। इनमें लड़कियां भी थीं। मट्ठी का रेट 140 से 450 रुपये किलो तक
करवा चौथ में मट्ठियां व फेनियां शगुन के तौर पर लोग खरीदते हैं। वंशिका निवासी पेरिस टाउन ने बताया कि विवाहित लड़कियों को शगुन के तौर पर यह सामान दिया जाता है। बाजार में रिफाइंड से बनी मट्ठी 140 रुपये से लेकर 180 रुपये, फेनिया 180 रुपये तक तथा देसी घी से बनी मट्ठियां 350 से 450 रुपये किलो तक है। हलवाई बलविदर शर्मा ने बताया कि इस बार लोगों की परचेजिग पावर मे कमी आई है। हालांकि सामान जरूर बिका है। माता-पिता से प्रेरणा लेकर पति-पत्नी रखते हैं व्रत
समय के साथ व्रत रखने का चलन भी बदला है। अब पत्नी के साथ पति भी व्रत रख रहे हैं। कई ऐसे परिवार है जहां पत्नी के साथ पति भी व्रत रख कर आपस में एक दूसरे के साथ सदा रहने का प्रण करते हैं। माल रोड के रहने वाले दीपक व उसकी पत्नी शिल्पी पिछले दस वर्षो से करवाचौथ का व्रत रख कर एक दूसरे का साथ देने का वादा करते हैं। दीपक ने बताया कि उनके पिता कंवल कुमार व माता किरण शुरू से ही करवाचौथ का व्रत रख रहे हैं। उनकी प्रेरणा से वह भी व्रत रख रहे हैं। इसी तरह अनमोल व संदीप निवासी माल एवेन्यू भी पिछले दो वर्षों से करवाचौथ का व्रत इकट्ठे रख कर सभी रस्में पूरी करते हैं। बटाला रोड के रहने वाले रोहित व रोशनी करवा चौथ की रस्म निभाकर एक दूसरे की लंबी आयु की कामना करते हैं। बारिश होने के बावजूद भी बाजारों में रही रौनक शाम 4:30 बजे बारिश होने के कारण बाजारों में लगे स्टाल वाले दुकानों के भीतर बैठने पर मजबूर हो गए तथा कई दुकानदारों को वर्षा के कारण मुश्किल भी उठानी पड़ी। वर्षा के बावजूद भी बाजारों में रौनक दिखाई दी। श्री गणेश जी को लड्डुओं का भोग जरूर लगाएं
श्री राम दरबार टुंडा तालाब के प्रमुख भगत सतनाम ढींगरा ने कहा कि चंद्रमा को छाननी के साथ ही देखना चाहिए। करवाचौथ वाले दिन श्री गणेश जी को चार लड्डुओं का भोग जरूर लगाकर पूजा करनी चाहिए। सतनाम ढींगरा ने कहा कि करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में आया है जोकि चंद्रमा को रोशनी बहुत प्रिय है। चंद्रमा रात 8:09 बजे निकलेगा। धरती के पास होने के कारण यह 26 साल के बाद अद्भुत नजारा देखने को दोबारा मिलेगा। कच्चा दूध, चावल, चीनी, तुलसी डालकर चंद्रमा को अर्घ्य देने से सभी रोग शांत होते हैं और आशीर्वाद मिलता है।