तीन महिलाओं ने ऑटो में लूटे थे गहने, पुलिस से निराश पीड़िता ने खुद धर दबोचा
ऑटो रिक्शा से लाखों के गहनों की चोरी के मामले में छेहरटा पुलिस ने घटना के छठे दिन तक एफआइआर तक दर्ज नहीं की।
जागरण संवाददाता, छेहरटा. अमृतसर : ऑटो रिक्शा से लाखों के गहनों की चोरी के मामले में छेहरटा पुलिस ने घटना के छठे दिन तक एफआइआर तक दर्ज नहीं की। गहने चोरी होने के बाद नारायणगढ़ की सोनिया ने खुद ही चोर गिरोह की महिला सदस्यों को तलाशने का जिम्मा उठा लिया, क्योंकि छेहरटा थाने से उसे इंसाफ मिलता दिखाई नहीं दे रहा था। सोमवार शाम सोनिया छेहरटा चौक में थी। उसे 13 मार्च की दोपहर ऑटो में सवार तीन महिलाएं दिख गई, जिन्होंने उसके (सोनिया) पर्स से लाखों रुपयों को गहने चोरी कर लिए थे। उन्होंने शोर मचाकर लोगों को एकत्र किया और तीनों महिलाओं को पुलिस बुलाकर पकड़वा दिया। हैरानी की बात तो यह रही पुलिस सोनिया की बात का विश्वास नहीं कर रही थी। जब मीडिया के मार्फत मामला एसीपी देवदत के पास पहुंचा तो उन्होंने बताया कि वह मामले की जांच करवाएंगे, लेकिन एफआइआर दर्ज नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
नारायणगढ़ निवासी सोनिया ने बताया कि वह 9 मार्च को चंड़ीगढ़ से अपने मायके घर पहुंची थी। 13 मार्च की दोपहर वह अपनी मां सुदेश रानी के साथ ऑटो रिक्शा पर सवार होकर क्रिस्टल चौक स्थित देना बैंक जा रही थी। छेहरटा चौक से तीन महिलाएं भी उसी ऑटो में सवार हो गई। आरोपित महिलाओं ने बैठने से पहले कहा था कि उन्होंने रेलवे स्टेशन उतरना है। तीनों महिलाओं ने मां-बेटी को चारों तरफ से ऑटो में ही घेर लिया। उन्हें पता ही नहीं चला कि उनके पर्स को किस तरह से खोल लिया गया और फिर उन महिलाओं ने पर्स से लाखों रुपयों के गहने चुरा लिए। रेलवे स्टेशन पहुंचने पर भी महिलाएं वहां नहीं उतरी। जब उन्होंने महिलाओं को वहां उतरने की बात कही तो आरोपितों ने बताया कि वह अब बस अड्डा जाना चाहती हैं। रास्ते में जब क्रिस्टल चौक में आटो पहुंचा तो वे दोनों वहां उतर गई। बैंक जाकर उन्होंने देखा कि उनके पर्स से गहने चोरी हो चुके थे। तब उन्होंने छेहरटा पुलिस को शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने केस तक दर्ज नहीं किया।
सोनिया ने बताया कि गहने चोरी होने के बाद वह लगातार परेशान रहने लगी। पुलिस की तरफ से इंसाफ मिलता दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होंने ठान लिया कि उनके पर्स से गहने चोरी करने वालों को वह खुद तलाशेगी। घटना के बाद उन्होंने रोजाना छेहरटा चौक पर जाना शुरू कर दिया। आज शाम तीनों महिलाएं उन्हें दिख गई। इसके बाद उन्होंने शोर मचाकर लोगों और पुलिस को एकत्र कर तीनों को पकड़वा दिया।