स्मार्ट सिटी से क्यों हटाई जा रही हिदी: प्रो. लक्ष्मीकांता
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने केंद्रीय मंत्री से सवाल किया कि शहरी स्मार्टनेस की परिभाषा क्या होती है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने केंद्रीय मंत्री से सवाल किया कि शहरी स्मार्टनेस की परिभाषा क्या होती है।
उन्होंने कहा कि अमृतसर को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारियों में लगे केंद्र के मंत्री व पंजाब के अधिकारियों से सवाल है कि आखिर हाल गेट से लेकर कटड़ा शेर सिंह तक सभी रास्तों में हिदी को क्यों निकाल दिया, जबकि अंग्रेजी को जबरी दुकानों के बाहर सजा दिया गया। क्या सरकार नहीं जानती कि इसी रास्ते से हाल गेट-गांधी गेट से ही डायर उस फौज को लेकर गया था, जिसने जलियांवाला बाग का हत्याकांड किया था। यह सही है कि जम्मू-कश्मीर में पंजाबी को सरकारी भाषा की मान्यता मिलनी चाहिए, पर अमृतसर पंजाब में हिदी को कोई स्थान क्यों नहीं दिया गया। स्मार्ट सिटी योजनाओं के मुखी भारत सरकार के शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी एक बार अमृतसर आकर देखें कि सिटी कैसे स्मार्ट हो रही है। हिदी को पंजाब से निकाला जा रहा हैं तथा जो लाल लाल दीवारें खड़ी कर दी गईं है, उनके पीछे कूड़े का ढेर लगा हुआ हैं।