31 मार्च तक इनकमटैक्स भरने वालों को नहीं लगेगी पेनल्टी व जुर्माना
। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सहयोग से मंगलवार को अमृतसर ब्रांच में जीएसटी और इनकमटैक्स के विषय पर सेमिनार करवाया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) के सहयोग से मंगलवार को अमृतसर ब्रांच में जीएसटी और इनकमटैक्स के विषय पर सेमिनार करवाया गया।
अमृतसर ब्रांच के चेयरमैन सीए संजय अरोड़ा की अध्यक्षता व वाइस चेयरमैन सीए जतिदर बांसल के सहयोग से हुए सेमिनार में आइसीएआई के प्रेसिडेंट सीए अतुल कुमार गुप्ता व वाइस प्रेसिडेंट सीए निहार निरंजन जंबूसरिया विशेष तौर पर पहुंचे।
पहले सेशन में सीए विशाल गर्ग और दूसरे सेशन में सीए संजय अग्रवाल ने ब्रांच के सदस्यों सहित सीए का कोर्स कर रहे विद्यार्थियों को जीएसटी के विषय में नए कानून की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग की तरफ से करदाताओं से जीएसटी पर बेहिसाबी ब्याज राशि जमा करवाने का दबाव बनाया जाता है। जब विभाग के कर्मचारियों से ब्याज की वजह पूछी जाती है तो उनके पास कोई जवाब नहीं होता है। इस बीच, इनकम टैक्स के विषय में सरकार द्वारा शुरू की गई 'विवाद से विश्वास तक' स्कीम के बारे में भी जागरूक किया गया। वक्ताओं ने कहा कि भले ही सरकार ने स्कीम की घोषणा तो कर दी है, मगर उसे अमली जामा नहीं पहनाया गया है। करदाताओं की सहूलियत के लिए सरकार को पहल के आधार पर इस स्कीम को मुकम्मल ढंग से लागू करना चाहिए।
आइसीएआई के चेयरमैन सीए संजय अरोड़ा ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि यदि करदाता 31 मार्च 2020 तक अपना सारा टैक्स जमा करवा देता है तो उससे कोई पेनल्टी या जुर्माना नहीं वसूला जाएगा। आइसीएआई के पूर्व प्रेजीडेंट सीए अमरजीत चोपड़ा ने कहा कि सरकार व सोसायटी सीए प्रोफेशन पर अपना विश्वास करती है, उस विश्वास को बरकरार रखने के लिए उन्हें कानून के दायरे में रहकर ही अपना काम करना चाहिए।
सीए इकबाल सिंह ग्रोवर के कार्यकाल के दौरान अमृतसर ब्रांच की कार्यशैली को मद्देनजर रखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर मिले सम्मान की आइसीएआई के प्रेजीडेंट सीए अतुल कुमार गुप्ता ने सब को बधाई दी और भविष्य में भी मेहनत व लगन से काम करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर सीए इकबाल सिंह ग्रोवर, सीए शशि पाल, सीए लखविदर भाटिया, सीए पलक बंसल, सीए सुधीर खेड़ा, सीए मुकेश गर्ग आदि मौजूद थे।