जीआरपी ने दर्ज की कमजोर एफआइआर
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कुछ लोगों की लापरवाही के चलते 59 लोगों की जान चली गई। 57 से ज्य
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कुछ लोगों की लापरवाही के चलते 59 लोगों की जान चली गई। 57 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। आरोपितों पर कार्रवाई करने के नाम पर जीआरपी खानापूर्ति करने के लिए मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन उसमें किसी को नामजद तक नहीं किया। परिवार के सदस्यों गंवा चुके लोगों को शांत करने के लिए अज्ञात लोगों पर एफआइआर दर्ज करने की बात कहकर उनके जख्मों पर मरहम लगा दी गई। मौके पर मौजूद पीड़ित परिवारों को कहना था कि पुलिस के सामने सब कुछ हुआ है। दशहरे का मेला करवाने वाले आयोजकों, रेल के चालक और गेट मैन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने सभी को बचा लिया। जीआरपी का कहना है कि फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पोस्टरों पर आयोजकों के नाम और पते लिखे हैं। एफआइआर में उनके नाम दाखिल किए जा सकते हैं। रेल चालक और जोड़ा फाटक के गेटमैन का नाम भी पुलिस अधिकारियों को पता है, लेकिन आरोपितों पर कठोर कार्रवाई करने की बजाए सारा सरकारी अमला उन्हें बचाने में जुट चुका है। उन्हें तो इंसाफ देने का केवल दिलासा ही दिया जा रहा है। लोगों ने बताया कि उक्त एफआइआर में जीआरपी को हत्या, हत्या प्रयास के अलावा अन्य धाराएं भी जोड़नी चाहिए थी। अकसर हादसों और वारदातों के बाद पुलिस आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर देती है और बाद में जांच के नाम पर कुछ आरोपितों को क्लीन चिट तक दे दी जाती है।