प्रभु सिमरन से होता है मन पर काबू: गिरि महाराज
मनुष्य को चंचल मन पर काबू करने के लिए प्रभु सिमरन करना चाहिए।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : मनुष्य को चंचल मन पर काबू करने के लिए प्रभु सिमरन करना चाहिए। यदि हम अपनी इच्छाओं के पीछे भागते रहेंगे तो हम प्रभु मार्ग पर कभी नहीं चल सकेंगे। यह बात श्री राम बालाजी धाम घन्नुपुर काले छेहरटा में करवाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान सप्ताह समारोह के दौरान संत हरि नारायण गिरि ने कही। उन्होने कहा कि गीता के ज्ञान से ही हम चंचल मन पर नियंत्रण कर सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र में यही संदेश दिया था कि यदि विजयी होना है तो सबसे पहले मन को नियंत्रण में करो। हमें हमेशा प्रभु सिमरन के साथ समाज की सेवा करनी चाहिए। धाम के प्रमुख अश्नील महाराज ने कहा कि आज दोपहर तीन बजे संत सम्मेलन होगा, जिसमें कई संत महापुरुष अपने विचारों से भक्तजनों को संदेश देंगे। कथा में पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री बलदेव राज चावला ने कहा कि धार्मिक समागमों से सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। जहां प्रभु सिमरन होता है वहीं पर समाज में समानता पैदा करने का ज्ञान प्राप्त होता है। यहां भाजपा जिला प्रधान आनंद शर्मा, पार्षद अरविदर शर्मा, विक्रम एरी, मंजीत आदि मौजूद थे।