रामतीर्थ के मुख्य गेट पर धार्मिक चिन्ह को लेकर दो गुटों में बंटा वाल्मीकि समुदाय
भगवान वाल्मीकि तीर्थ में बने नए मंदिर के बाहर गेट पर लगाए गए धार्मिक चिन्ह को लगाने को लेकर वाल्मीकि संगठनों में विवाद पैदा हो गया है।
कमल कोहली/रजिदर सिंह, अमृतसर
भगवान वाल्मीकि तीर्थ में बने नए मंदिर के बाहर गेट पर लगाए गए ब्रह्माचार्य नाम व धार्मिक चिन्ह को लगाने व हटाने के मामले को लेकर वाल्मीकि संगठनों में आपसी विवाद पैदा हो गया है। एक गुट ने कई वाल्मीकि संगठनों को साथ लेकर धार्मिक चिन्ह हटाने वाले ओम प्रकाश गब्बर व अन्य सहयोगियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की। ग्वाल मंडी स्थित भगवान वाल्मीकि प्रतिमा के नजदीक छेहरटा में धरना देकर यातायात जाम कर दिया। उधर, दूसरे गुट के ओम प्रकाश गब्बर ग्रुप ने अपने संगठनों के साथ भंडारी पुल पर धरना लगाकर तीर्थ में तैनात जीएम के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की।
बुधवार करीब 11 बजे ग्वाल मंडी नजदीक छेहरटा जीटी रोड पर भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज, आदि वाल्मीकि धर्म समाज, भावाधास, वाल्मीकि आंबेडकर आंदोलन, भगवान वाल्मीकि तीर्थ प्रबंधक कमेटी, भगवान वाल्मीकि मंदिर कमेटी, भगवान वाल्मीकि सत्संग कमेटी, वाल्मीकि यूथ सेना व अन्य संगठनों ने धरना दिया। तीर्थ पर नाम व चिन्ह दोबारा लगाने व चिन्ह को हटाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। करीब ढाई घंटे तक सड़क यातायात जाम करके रखा। करीब ढाई घंटे में सड़क दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने संगठनों को जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना उठवाया। कुमार दर्शन ने बताया कि प्रशासन ने उनको एफआइआर दर्ज करने व धार्मिक चिन्ह लगाने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर पवन, शशि गिल, राज कुमार आदि मौजूद थे।
गेट पर तीरकमान व लाल झंडा लगाया जाए : गब्बर
भगवान वाल्मीकि श्री धुन्ना साहिब ट्रस्ट व अन्य संगठनों ने चेयरमैन ओम प्रकाश गब्बर के नेतृत्व में भंडारी पुल पर धरना दिया। भगवान वाल्मीकि जी के धार्मिक चिन्ह तीरकमान व लाल झंडा लगाने की मांग बुलंद की। गब्बर ने कहा कि तीर्थ में धार्मिक चिन्ह के साथ किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समूह संत समाज, क्रांति सेना, शक्ति सेना व वाल्मीकि समाज ने कहा कि मर्यादा को भंग करने वाले के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। कोई भी चिन्ह सत्यम मेन गेट पर लगाना धार्मिक मर्यादा के विपरित है। भगवान वाल्मीकि जी का चिन्ह तीरकमान तथा लाल रंग का निशान है। यदि प्रशासन ने मर्यादा भंग करने वालों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई न की तो समूह समाज संघर्ष करने पर मजबूर रहेगा। इस मौके पर पहुंचे एसडीएम विकास हीरा व अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ वार्तालाप करने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया। इस अवसर पर महंत मलकीयत नाथ व अन्य मौजूद थे।
ढाई घंटे तक सड़क के दोनों ओर लगा रहा जाम
अमृतसर छेहरटा जीटी रोड ग्वाल मंडी पर लगे धरने के दौरान बीआरटीएस की दोनों तरफ से कई बसें रास्ते में खड़ी करनी पड़ीं। दोनों तरफ से आने वाली बसों को ग्वाल मंडी के नजदीक ही लोगों को उतारना पड़ा। करीब दो दर्जन से अधिक बसें ढाई घंटे तक खड़ी रहीं। इसके अलावा ट्रैफिक का बुरा हाल रहा। वाघा बार्डर जाने वाले वाहनों को भी दूसरे मार्गो से जाने पर विवश होना पड़ा।