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अब रेलवे स्टेशन के इतिहास से वाकिफ होंगे यात्री

अमृतसर रेलवे स्टेशन पर एंट्री गेट के अंदर बनी हुई पुरानी टिकट ¨वडो को आने वाले कुछ दिनों तक रेल का म्यूजियम बनाने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 09:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 09:55 PM (IST)
अब रेलवे स्टेशन के इतिहास से वाकिफ होंगे यात्री
अब रेलवे स्टेशन के इतिहास से वाकिफ होंगे यात्री

हरीश शर्मा, अमृतसर

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रेलवे स्टेशन पर एंट्री गेट के अंदर बनी हुई पुरानी टिकट ¨वडो को आने वाले कुछ दिनों तक रेल का म्यूजियम बनाने की तैयारी है। इसके लिए रेलवे ने म्यूजियम का नक्शा और उसमें लगने वाली सारी सामग्री तैयार कर ली है। अगले कुछ सप्ताह तक इसके निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इस म्यूजियम की खासियत यह होगी कि इसमें अमृतसर रेलवे स्टेशन से संबंधित हर तरह की जानकारी रहेगी। जिनको तस्वीरों और पें¨टग के जरिए बयान किया जाएगा। साथ ही इसमें एलईडी भी लगाई जाएंगी, जिसमें रेलवे स्टेशन का इतिहास, समय-समय पर यहां पर हुई प्रोग्रेस को दिखाया जाएगा। यह सारा काम भी रेलवे स्टेशन को मॉडल का दर्जा देने के लिए किया जा रहा है। म्यूजियम बनाने पर करीब 15 लाख रुपए का खर्च आएगा। यहां बता दें कि रेलवे स्टेशन पर पुरानी टिकट ¨वडो वाली जगह इस समय खाली है। वहां पर इमारत तैयार करने के बाद म्यूजियम बनाया जाना है।

रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर अमृत ¨सह ने बताया कि म्यूजियम के अंदर फोटो, पें¨टग सहित अन्य काफी कुछ लगाया जाना है। वह सब कुछ विभाग की ओर से एकत्र कर लिया गया है। म्यूजियम का काम भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।

रेलवे की हेरिटेज कमेटी मुहैया करवाएगी ऐतिहासिक सामग्री

रेलवे की हेरिटेज कमेटी की ओर से स्टेशन का दौरा कर कुछ दिन पहले सारी रिपोर्ट तैयार कर ली है। हेरिटेज कमेटी की ओर से ऐतिहासिक सामग्री मुहैया करवाई जानी है। जिसे म्यूजियम में डिस्पले किया जाएगा। इस सामग्री में अंग्रेजों के जमाने से लेकर कई ऐसी दुलर्भ फोटो हैं। जिसे आज तक किसी ने नहीं देखा होगा। क्योंकि अमृतसर रेलवे स्टेशन की शुरुआत 1862 में की गई थी। उस समय महज एक या दो ट्रेनें ही चलाई गई थी। अमृतसर से चलने वाली सबसे पहली ट्रेंन की फोटो, उसके अंदर सीटे किस तरह की थी, किसने हरी झंडी दिखाई थी आदि रोचक फोटोग्राफ इस म्यूजियम में लगाए जाएंगे। इसके अलावा अमृतसर से मुंबई जाने वाली सबसे पहली लंबी दूरी वाली ट्रेन फ्रंटियर, जिसे अब गोल्डन टेंपल का नाम दिया गया है, उसका इतिहास भी तस्वीरो के जरिए दर्शाया जाएगा। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक फ्रंटियर ट्रेन में सबसे पहले एसी डिब्बे लगाए गए थे। उस समय ऐसी नहीं होते था। मगर डिब्बों को ठंडा रखने के लिए उसमें बर्फ की सिल्लियां लगाई जाती थी। । जिससे गर्मी में ठंडक महसूस होती है। इस तरह कई रोचक तथ्य है। जो म्यूजियम में डिस्पले होने है।


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