बीआरटीएस कॉरिडोर में वाहन लेकर घुसे तो केस दर्ज होगा
। बीआरटीएस कॉरिडोर में पुलिस के ढीले रवैये के कारण दोपहिया और चौपहिया वाहन चालक आसानी से घुस जाते हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
बीआरटीएस कॉरिडोर में पुलिस के ढीले रवैये के कारण दोपहिया और चौपहिया वाहन चालक आसानी से घुस जाते हैं। जिसका नतीजा ट्रैफिक जाम के रूप में आम जनता को भुगतना पड़ता है। लोग बेधड़क वाहन लेकर इक कॉरिडोर में घुस आते हैं, जिससे सामने से आती-जाती बसों को न चाहते हुए भी ब्रेक लगानी पड़ती हैं। इसके बाद लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है। इस मामले में ट्रैफिक पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं है। ट्रैफिक पुलिस मूकदर्शक बन कर तमाशा देखती रहती है। मगर अब ट्रैफिक पुलिस ने संकेत दिए हैं कि ऐसे वाहन चालकों से सख्ती से निपटा जाएगा। चालान काटने की बजाए कॉरिडोर में घुसने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सीधा केस दर्ज किया जाएगा। चेतावनी के बाद दो हजार रुपये जुर्माना लगाना तय हुआ था बीआरटीएस प्रोजेक्ट को पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने 27 जनवरी 2019 को दोबारा से शुरू किया था। उस समय सिद्धू ने घोषणा की थी कि पहले एक सप्ताह तक लोगों को केवल चेतावनी दी जाएगी कि बीआरटीएस कॉरिडोर में वाहन लेकर न जाएं। इसके बाद भी अगर कोई चालक अपना वाहन लेकर कॉरिडोर में घुसेगा तो उसे कम से कम 2000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। इस संबंध में ट्रैफिक पुलिस को भी आदेश जारी कर दिए गए थे। मगर ट्रैफिक पुलिस ने इस मामले को कभी भी गंभीरता से लिया ही नहीं।
अब वाहन चालकों से सख्ती से निपटा जाएगा: एडीसीपी टै्रफिक
एडीसीपी ट्रैफ्कि जसवंत कौर ने कहा कि बीआरटीएस कॉरिडोर में वाहन लेकर जाने वालों के खिलाफ अब सख्ती का रूख अपनाया जाएगा। अभी तक केवल चालान करने और चेतावनी देकर इन्हें छोड़ा जा रहा था। मगर अब ऐसा नहीं किया जाएगा। बल्कि बीआरटीएस कॉरिडोर में वाहन लेकर जाने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। क्योंकि यह एक बहुत ही गंभीर मामला हैं। कई बार समझाने के बावजूद भी अगर लोग नहीं समझेंगे तो अब उन्हें मजबूरन यह रास्ता अपनाना पड़ेगा।