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प्रभु सिमरन के साथ पैदा होती हैं सेवा की भावना: अश्नील महाराज

प्रभु सिमरन के साथ ही मनुष्य के भीतर सेवा की भावना पैदा होती हैं। वहीं प्रभु के होने का अहसास होता हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 12:20 AM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 12:20 AM (IST)
प्रभु सिमरन के साथ पैदा होती हैं सेवा की भावना: अश्नील महाराज

संस, अमृतसर :

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प्रभु सिमरन के साथ ही मनुष्य के भीतर सेवा की भावना पैदा होती हैं। वहीं प्रभु के होने का अहसास होता हैं। उक्त प्रवचन श्री राम बालाजी धाम घन्नुपुर काले के महंत अश्नील महाराज ने किए। इस दौरान उन्होने जरूरतमंद परिवारों को सहायता सामग्री वितरित की। कमल कोहली


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