पीएमसी चुनाव में प्रोफेसर पति की मदद कर रही हैं मेडिकल कॉलेज की ¨प्रसिपल
जागरण संवाददाता, अमृतसर पंजाब मेडिकल कौंसिल (पीएमसी) का सदस्य मनोनीत होने के लिए डॉक्टरा
जागरण संवाददाता, अमृतसर
पंजाब मेडिकल कौंसिल (पीएमसी) का सदस्य मनोनीत होने के लिए डॉक्टरों में होड़ मच चुकी है। इसी बीच अमृतसर स्थित हरतेज अस्पताल के डॉ. हरमो¨हदर ¨सह नागपाल ने आरोप लगाया है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज की ¨प्रसिपल डॉ. सुजाता शर्मा अपने पति कर्ण शर्मा को पीएमसी का सदस्य बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों पर दबाव बना रही हैं कि वे उनके पति के पक्ष में मतदान करें। यहीं बस नहीं, वोट डालने के लिए जो बैलेट पेपर भेजा जा रहा है उस पर डॉ. सुजाता अपना हक जता रही हैं। डॉ. सुजाता ने कई विभागों के प्रोफेसरों को कहा है कि वह अपने अपने विभागों में काम कर रहे डॉक्टरों से बैलेट पेपर लेकर इन्हें जमा करवाएं, ताकि वह इन बैलेट पेपर को हासिल कर अपने पति कर्ण शर्मा के नाम के आगे टिक मार्क कर पीएमसी को भेज सकें। हालांकि डॉ. सुजाता शर्मा ने डॉ. नागपाल के सभी आरोपों को बेबुनियाद कहा है।
गौरतलब है कि पंजाब में पीएमसी की 10 सीटों के लिए 23 उम्मीदवार मैदान में हैं। मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया की ओर से हर एक रजिस्टर्ड डाक्टर को एक बैलेट पेपर भेजा जाता है। कौंसिल के पूरे प्रदेश में इस समय 16362 रजिस्टर्ड डॉक्टर हैं, जो वोट डालने का अधिकार रखते हैं। पंजाब मेडिकल कौंसिल का प्रधान सरकार नॉमिनेट करती है। 10 सदस्य भी सरकार द्वारा ही मनोनीत किए जाते हैं। बाकी के सदस्य पीएमसी को चुनने होते हैं और इन चुने गए 10 सदस्यों में से एक को वाइस प्रधान बनाया जाता है। हरमो¨हदर नागपाल का कहना है कि वह अपने पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए जाते हैं तो सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों उन्हें बताते हैं कि उन पर बैलेट पेपर अपने सीनियरों को देने के लिए भारी दबाव बनाया जा रहा है।
डॉ नागपाल ने कहा कि डॉ. कर्ण शर्मा अपनी पत्नी के मेडिकल कॉलेज का ¨प्रसिपल होने का पूरा फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान से शिकायत कर दी है।
दूसरी तरफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पंजाब के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अमरीक ¨सह अरोड़ा का कहना है कि अपने पद का दुरुपयोग कर अपने पति के लिए वोट मांगना अनुचित है। इस चुनाव में जो हो रहा है, वह गलत है।
वहीं ¨प्रसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने कहा कि पीएमसी चुनाव से उनका कोई सरोकार नही। उनके पति डा. करण शर्मा खुद मेडिकल कॉलेज की फैकेल्टी के सदस्य हैं और उनसे चार साल सीनियर हैं। वह अपनी कंपेन करने के लिए खुद सक्षम हैं।