जलियांवाला बाग हुआ रेनोवेट, पर शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा को भूले, संगठन ने खुद सफाई कर पेट किया
शुक्रवार को कंबो सभा और सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य पहुंचे और गेट की एंट्री पर लगे शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा को साफ कर पेंट किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: जलियांवाला बाग खुलने की सूचना मिलने पर शुक्रवार को कंबो सभा और सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य पहुंचे और गेट की एंट्री पर लगे शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा को साफ कर पेंट किया। इस दौरान कंबो सभा ने सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जलियांवाला बाग की रेनोवेशन पर बीस करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही जा रही है। मगर बाग के अंदर लगी शहीद की प्रतिमा को न तो साफ और न ही पेंट करवाया गया। कंबो सभा अमुतसर के प्रधान हरकिरत सिंह ढोट ने कहा कि जलियांवाला नरसंहार के 100 साल पूरे होने पर इस बाग के संरक्षण का काम शुरू किया गया था। 15 फरवरी 2020 को इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। 20 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट 13 अप्रैल 2020 को पूरा किया जाना था। मगर इसे खोला नहीं गया। हालांकि जुलाई 2020 में रेनोवेशन का काम पूरा हो गया था। वहीं उन्होंने कहा कि मगर दुख की बात है कि शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा को पेंट नहीं करवाया गया। शहीद की प्रतिमा के अनादर का सारा क्रेडिट राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक को है। क्योंकि यहां के इस रेनोवेशन का सारा काम उन्हीं की देख रेख में हुआ है। शहीद की प्रतिमा को नहीं संवारने पर इसी कारण उन्होंने यहां आकर प्रतिमा की सफाई की और उस पर पेंट किया है। इस मौके पर अमरजीत सिंह, मलकीत सिंह, जसविदर सिंह, सुखदेव बटी, अनीश कंबोह, कुलविदर सिंह ढोट,जगपरीत सिंह, लखबीर सिंह, मोहन भंडारी, मौजूद थे।