भैया की कलाई पर आज बांधेगी बहनें, बाजारों में बढ़ी रौनक
रक्षाबंधन इस बार 11 अगस्त तथा 12 अगस्त को मनाने की बातें सामने आई है। इस बात को लेकर भाई बहन दुविधा में है पर बाजारों में बहनों द्वारा अपने भाइयों के कलाई में राखी बांधने के लिए तथा गिफ्ट देने के लिए खूब खरीदारी की जा रही है। रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में चहल-पहल है
कमल कोहली, अमृतसर :
रक्षाबंधन इस बार 11 अगस्त तथा 12 अगस्त को मनाने की बातें सामने आई है। इस बात को लेकर भाई बहन दुविधा में है पर बाजारों में बहनों द्वारा अपने भाइयों के कलाई में राखी बांधने के लिए तथा गिफ्ट देने के लिए खूब खरीदारी की जा रही है। रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में चहल-पहल है। लोग राखी आखिरी रहे हैं। मिठाइयां खरीद रहे हैं। कपड़े खरीद रहे हैं तथा अन्य गिफ्ट आइटम खरीद रहे हैं।
11 और 12 अगस्त को भाई बहन के प्यार का पर्व रक्षा बंधन पर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांध कर भाई की बड़ी उम्र की कामना करेगी। वहीं मिठाइयां से उसका मुंह मीठा करके उनको मिठाई अथवा कोई अन्य गिफ्ट देकर आशीर्वाद प्राप्त करेगी। रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर बुधवार को बाजारों में बहनों ने खूब खरीददारी की। मिठाई, गिफ्ट वाली दुकानों में भी काफी भीड़ रही। इसी तरह आइडीएच मार्केट में राखी व अन्य सामान खरीदने की भीड़ दिखाई दी।
मिठाइयों की हुई खूब बिक्री
रक्षाबंधन के दिन बहनों द्वारा मिठाई खरीदना शगुन माना जाता है। बुधवार को सारा दिन बहनों द्वारा खूब मिठाईयां खरीदी गई। इस बार अधिकतर मोतीचूर, पिन्नी, पतीसा, काजू वाली बरफी, मूंगीदाल की बरफी के अलावा अन्य सामान भी बिक रहा है। श्री कृष्ण मधुर मिष्ठान भंडार, गुरु नानक नगर बटाला रोड के बलविदर शर्मा ने बताया कि लोग रक्षाबंधन पर मिठाई तो जरूर खरीदते हैं, परंतु खरीदारी में कमी आई है। अधिकतर लोग अब देसी घी की मिठाई खरीदने को पहल देते है। इसी तरह बाजार में बिस्कुट, जूस, नमकीन, चाकलेट व अन्य सामान की गिफ्ट आइटमों की बढि़या पेकिग वाले डिब्बे व टोकरियां खूब बिक रही है। आइडीएच मार्केट के सुरेंद्र जैन ने कहा कि महंगाई के वजह से इस बार लोगों की परचेसिग पावर में फर्क पड़ा है।
मेहंदी लगाने वालों की चांदी
रक्षाबंधन पर अधिकतर छोटी बहनों के हाथों में मेहंदी लगाने का काफी शौक होता है। बाजार में मेहंदी लगाने वालों की चांदी रही। मेहंदी लगाने वाले नीरज कुमार ने कहा कि अधिकतर रक्षाबंधन में बच्चियां मेहंदी लगाकर भाइयों को राखी बांधती है।