परेशानी में घिरे सिद्धू, Vigilance ने दो साल के कार्यकाल का रिकॉर्ड कब्जे में लिया
पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू लगातार पंजाब सरकार विशेषतौर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के टारगेट पर हैं।
अमृतसर [विपिन कुमार राणा]। पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू लगातार पंजाब सरकार विशेषतौर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के टारगेट पर हैं। दो दिन पूूूूर्व सिद्धू के गृह जिले में नगर सुधार ट्रस्ट में विजिलेंस ने दबिश देकर रिकार्ड खंगाला गया। गत दिवस विजिलेंस के टारगेट पर नगर निगम का कार्यालय रहा।
गुरदासपुर विजिलेंस से डीएसपी कमलदीप कौर पुरेवाल के नेतृत्व में टीम ने न सिर्फ हाजिरी चेक की, बल्कि सिद्धू के दो साल के कार्यकाल का रिकॉर्ड भी अपने कब्जे में लिया। पहले निगम अधिकारियों ने विजिलेंस टीम को रिकॉर्ड यह कहकर देने से इन्कार कर दिया कि उन्हें निगम कमिश्नर की परमीशन दिखाएंं। इसके बाद डीएसपी कमलदीप कौर ने ज्वाइंट कमिश्नर नितिश सिंगला को बताया कि वह यहां शिकायत पर कार्रवाई करने पहुंची हैंंं, इसलिए उन्हें पिछले दो साल के रिकॉर्ड मुहैया करवाए जाएंं। सिंगला की हिदायतों के बाद सभी विभागों ने विजिलेंस को रिकॉर्ड जांच करने की इजाजत दे दी।
विजिलेंस की टीम ने एमटीपी विभाग से दो साल में बनी नई कालोनियों व श्री दरबार साहिब के आस-पास बने होटलों व गेस्ट हाऊस का विवरण मांगा। एमटीपी परमपाल सिंह से उन्होंने सारा रिकॉर्ड देने को कहा। सूत्रों के मुताबिक पिछले दो साल में करीब दो दर्जन कालोनियों का निर्माण हुआ है, वहीं सियासी शह व एमटीपी विभाग की मिलीभगत से अवैध होटलों का निर्माण अखबारों की सुर्खियां रहा है।
विजिलेंस इसमें सिद्धू के करीबियों का कनेक्शन ढूंढने में लगी हुई है, ताकि सिद्धू की घेराबंदी हो सके। दोपहर को पहुंची टीम देर शाम तक निगम कार्यालय रणजीत एवेन्यू में डटी रही। यही नहीं पिछले दो साल में विभिन्न वार्डो में सिविल व ओएंडएम विभाग की तरफ से करवाए गए विकास कार्यो का लेखा-जोखा भी विजिलेंस टीम ने निगम अधिकारियों से मांगा है। पिछले साल हृदय प्रोजेक्ट के तहत हुए काइट कम्पीटशन का रिकॉर्ड भी विभाग से ले लिया है। इस पर विभाग ने करीब 15 लाख खर्च किए थे। इसमें गायक एमी विर्क को बुलाया था, जिसे निगम ने 12 लाख का भुगतान किए जाने की चर्चा थी।
रुटीन चेकिंग की और रिकार्ड खंगाला : डीएसपी
डीएसपी विजिलेंस गुरदासपुर रेंज कमलदीप कौर पुरेवाल का कहना है कि विजीलेंस विभाग रुटीन चेङ्क्षकग के तहत पूर्व में रही शिकायतों का रिकॉर्ड निगम से लिया गया है। इस बाबत ही जानकारी भी निगम अधिकारियों से ली गई है।