Move to Jagran APP

श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव देता है रिश्तों को मजबूत करने का संदेश

श्री गणपति बप्पा के जयकारे गूंज रहे हैं। हर वर्ष श्री गणेश चतुर्थी मनाने का रुझान अमृतसर में बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 05:44 PM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 05:44 PM (IST)
श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव देता है रिश्तों को मजबूत करने का संदेश
श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव देता है रिश्तों को मजबूत करने का संदेश

संवाद सहयोगी, अमृतसर : श्री गणपति बप्पा के जयकारे गूंज रहे हैं। हर वर्ष श्री गणेश चतुर्थी मनाने का रुझान अमृतसर में बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र से आए राजन बहल का परिवार अमृतसर में श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव मनाने के लिए लोगों में जागृति पैदा करने में लगा हुआ है। वर्ष 2009 में राजन बहल का परिवार मुंबई से अमृतसर में पीरा वाली गली विजय नगर बटाला रोड में आ गया था। उस समय श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव अमृतसर में मनाने का रुझान कम था। राजन बहल पुत्र कपिल देव बहल ने अपने घर में श्री गणेश चतुर्थी मनाने का सिलसिला शुरू किया। वह मुंबई में जब रहते थे तो हर वर्ष श्री गणेश चतुर्थी का महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाते थे। इसी भावना को कायम रखते हुए उन्होंने यह परंपरा अमृतसर में भी जारी रखी। इसमें उन्होंने अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को भी निमंत्रण देना शुरू किया। अब अधिकांश घरों में लोग श्री गणपति बप्पा जी को सुशोभित करके पूजा-अर्चना करते हैं। श्री गणेश चतुर्थी से पहले ही उनका परिवार खुद प्रतिमा बनाने के लिए आर्डर देने जाते हैं। उनका परिवार मिट्टी की बनी प्रतिमा खरीदते हैं। श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव पर पूरी धार्मिक परंपरा के साथ श्री गणेश महाराज की प्रतिमा स्थापित की जाती है व आरती की जाती है।

loksabha election banner

राजन बहल का परिवार विमला देवी, रजनी बहल, दीपांशु, भाविका, गौरव बहल व अन्य परिवार के सदस्य 10 दिन तक पूरी धार्मिक परंपरा के अनुसार अपना जीवन निर्वाह करते हैं। श्री गणपति बप्पा की पूजा के दौरान 16 सितंबर को ब्रह्मभोज करवाया जाएगा। 19 सितंबर को पूरी धार्मिक परंपरा के अनुसार श्री गणपति बप्पा जी को विसर्जित किया जाएगा। राजन बहल ने कहा कि श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव खुशी भरा वातावरण परिवार में पैदा करता है। परिवार को एकजुट होकर पूजा करने का अवसर प्रदान करता है। सभी रिश्तेदारों व मित्रों से संबंध मजबूत होते हैं। हमें यह उत्सव घर-घर में मनाना चाहिए। इससे हमें अपने बच्चों को अपनी धार्मिक विरासत से जुड़ने का भी अवसर मिलता है।

श्री गणेश चतुर्थी के चौथे दिन भी बुजुर्गों ने श्री गणपति बप्पा जी की आराधना की। आरती करके भोग लगाया गया। श्री आरती शिव दुर्गा मंदिर करतार नगर में श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव पर परम पूज्य संत आरती देवा महाराज के सान्निध्य में आराधना की गई। यह पूजा 19 सितंबर तक चलेगी। 19 सितंबर को प्रतिमा विसर्जन की जाएगी। इस अवसर पर पंडित सुमित शास्त्री, बाल किशन, रविद्र कुमार, रविद्र कुमार बिल्लू, वंदना, अशोक कुमार, सतीश खन्ना, अमित शर्मा, रघु शर्मा, एसके शर्मा, तोमर जीत सिंह, मिटा, मनजीत सिंह शामिल थे।

पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के प्रधान अनिल खन्ना के गृह ढाब खटीका में पुजारियों द्वारा पूजा की गई। उधर, सुरेंद्र बंसल के गृह में पूरी धार्मिक परंपरा के साथ श्री गणपति जी महाराज की आराधना की गई। सुनील बंसल ने कहा कि 19 सितंबर को गोबर से बनाई हुई प्रतिमाओं को विसर्जन किया गया।

पीरा वाली गली बटाला रोड में इंद्रजीत चौहान व मनदीप सिंह के गृह में समूह भक्तों ने श्री गणेश जी की छह प्रतिमा सुशोभित कीं की हुई है। रोजाना आरती करके मोदक का प्रसाद वितरित किया जा रहा है। बटाला रोड में श्री गणेश भक्त सोसायटी के प्रधान राजेश कुमार के गृह में पारिवारिक सदस्यों ने पूजा-अर्चना की। शिवसेना टकसाली के उपाध्यक्ष पंजाब सुभाष भगत के गृह हरीपुरा गली नंबर 9 में श्री गणेश उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।

उत्तर भारत के प्रमुख अनिल टंडन मुख्य तौर पर शामिल हुए। श्री गणेश उत्सव की बधाई दी गई। सीता एंड पार्टी ने श्री गणेश जी के भजन गाए। इस अवसर पर सुशांत भगत, कुसुम, पूजा शैली मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.