प्रदर्शनकारियों को एसजीपीसी ने नही लगाने दिया टेंट
अमृतसर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से नौकरी से निकाले गए 523 कर्मचारियों का एसजीपीसी के प्रबंधकों के खिलाफ आंदोलन तीसरे दिन भी एसजीपीसी कार्यालय के बाहर जारी रहा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से नौकरी से निकाले गए 523 कर्मचारियों का एसजीपीसी के प्रबंधकों के खिलाफ आंदोलन तीसरे दिन भी एसजीपीसी कार्यालय के बाहर जारी रहा।
प्रदर्शन कारियों ने धूप से बचने के लिए टेंट लगाने का प्रयास किया तो एसजीपीसी के अधिकारियों ने उन्हें टैंट नहीं लगाने दिया। प्रदर्शनकारी अपने बच्चों को भी साथ लेकर धरने में शामिल हुए। एसजीपीसी कार्यालय के बाहर जहां एक ओर नौकरी से निकाले कर्मी नौकरी पर दोबारा बहाली के लिए धरना दे रहे थे वहीं दूसरी ओर कई युवक नौकरी के लिए एसजीपीसी कार्यालय में आवेदन जमा करवा रहे थे। प्रार्थना पत्र जमा करवाने आए युवकों ने बताया कि पहली बार है कि भर्ती के फार्म जमा करवाने वाले प्रार्थियों से एसजीपीसी की ओर से 500 रुपये फीस भी बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से ली जा रही है। उधर नेशनल पीपल्स फ्रंट के अध्यक्ष गगनदीप भाटिया ने प्रदर्शनकारी पूर्व कर्मियों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है।
प्रदर्शनकारियों के नेताओं नवप्रीत ¨सह ,हरमनजीत ¨सह, हर¨जदर कौर, मंजीत कौर और तरसेम ¨सह ने कहा कि 523 कर्मचारियों में से 115 कर्मचारी वह है जो 10 हजार मासिक वेतन पर काम कर रहे थे। इन कर्मचारियों को तो एसजीपीसी के नियमों के अनुसार ही रखा गया था। फिर भी इनकों अन्य कर्मचारियों के साथ नौकरी से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि वैसे तो उनकी मांग है कि जो भी कर्मी निकाले गए हैं उन सभी को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर उनकी नौकरी बहाल न की गई तो वह आंदोलन और अधिक तेज करेंगे और एसजीपीसी के सदस्यों और कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों को सोमवार से ज्ञापन सौंपने की श्रृंखला शुरू कर देंगे।