डायरेक्टर के पास पहुंची सरकारी डेंटल कालेज में स्टाफ नर्सों की गैर हाजिरी की रिपोर्ट
फोर एस चौक के नजदीक स्थित सरकारी डेंटल कालेज में तीन स्टाफ नर्सों के गैर हाजिर रहने की रिपोर्ट प्रिसिपल जीवन लता ने बनाकर विभाग के डायरेक्टर को भेज दी है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
फोर एस चौक के नजदीक स्थित सरकारी डेंटल कालेज में तीन स्टाफ नर्सों के गैर हाजिर रहने की रिपोर्ट प्रिसिपल जीवन लता ने बनाकर विभाग के डायरेक्टर को भेज दी है। रिपोर्ट भेजने के पांच दिन बाद भी तीनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रिसिपल का कहना है कि इस संबंध में जो भी कार्रवाई होगी, वह डायरेक्टर की तरफ से ही की जानी है। फिलहाल जिस तरह से रिपोर्ट बनाई गई है और अभी तक कार्रवाई न किए जाने से साफ लग रहा है कि मामला ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है। इससे विभागीय कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
हालांकि समाज सेवक वरुण सरीन की तरफ से विभाग के डायरेक्टर और प्रिसिपल को कानूनी नोटिस भी भेजा गया है, लेकिन अभी तक उस कानूनी नोटिस की भी कोई परवाह नहीं की गई है। वरुण सरीन ने फोर एस स्थित सरकारी डेंटल कालेज में 13 नवंबर को अपने रिश्तेदार का ईलाज करवाने गए थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि कोई स्टाफ नर्स ही वहां पर नहीं थी। स्टाफ नर्स का कमरा बंद था और उन्होंने किसी तरह से हाजिरी रजिस्टर देखा तो उसमें कई स्टाफ नर्सों की हाजिरी लगी हुई थी। उस दौरान पाया गया कि स्टाफ नर्स दलजीत कौर, बलविदर कौर और मीरा रानी गैर हाजिर हैं। प्रिसिपल ने माना भी था कि तीनों गैर हाजिर थी। उन्होंने समाज सेवक वरुण सरीन से इस बाबत शिकायत भी मांगी थी, जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
वरुण सरीन का आरोप है कि विभाग ऐसे स्टाफ को शैल्टर करता है, जो सरकार के अक्स को खराब करने की कोशिश करते हैं। कई लोग ऐसे हैं जो रोजाना हाजिरी लगाकर बाद में गायब हो जाते हैं। यह मामला सामने आने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे साफ है कि विभाग ऐसे लोगों को बचाने में लगा हुआ है।उन्होंने कहा कि अगर इस संबंधी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट भी जाएंगे। रिपोर्ट बनाकर भेज दी है, कार्रवाई डायरेक्टर दफ्तर से ही होगी
कालेज की प्रिसिपल डा. जीवन लता का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने रिपोर्ट बनाकर भेज दी है। डायरेक्टर दफ्तर में रिपोर्ट करीब पांच दिन पहले भेजी गई थी। अब कार्रवाई भी वहीं से ही होनी है। उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्सों से जवाब मांगा गया था, जवाब मिलने पर रिपोर्ट भी बना दी गई, अब कार्रवाई विभाग के डायरेक्टर की तरफ से ही की जानी है।