श्री गुरु नानक देवजी का प्रकाश पर्व मनाने पाकिस्तान पहुंचा सिख जत्था
श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाने के लिए सिख संगत का जत्था गत दिवस पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ। जत्थे के सदस्य प्रकाश पर्व कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
अमृतसर, जेएनएन। सिख धर्म के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाने के लिए सिख संगत का जत्था गत दिवस पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ। जत्थे के सदस्य पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा ननकाना साहिब में आयोजित किए जाने वाले प्रकाश पर्व कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। एसजीपीसी के साथ-साथ अलग-अलग संगठनों की ओर से भेजे गए जत्थे में करीब 3300 श्रद्धालु तीन स्पेशल ट्रेनों व सड़क मार्ग के लिए पाकिस्तान रवाना हुए हैं। जत्थे का नेतृत्व एसजीपीसी के सदस्य अमरजीत सिंह भलाईपुर कर रहे हैं, जबकि उनके साथ डिप्टी लीडर बीबी स्वर्ण कौर भी गए हैं।
दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, कार सेवा तरनतारन, कार सेवा खडूर साहिब, कार सेवा गुरुका बाग, खड़ाला मिशन कमेटी, भाई मरदाना यादगरी कीर्तन दरबार सोसायटी फिरोजपुर, ननकाना साहिब सिख यात्रा जत्था पुतलीघर, समेत राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, इंदौर, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से भी श्रद्धालु जत्थे के साथ गए हैं। बुधवार को रवाना हुआ जत्था पाकिस्तान स्थित अलग-अलग गुरुधामों के दर्शन करने के बाद 30 नवंबर को भारत लौटेगा।
पाकिस्तान में जत्थे का स्वागत
पांच प्यारों और जत्थे के सदस्यों का देर शाम पाकिस्तान पहुंचने पर पाक की तरफ वाघा बार्डर पर पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष तारा सिंह, पाक ओकाफ बोर्ड के सचिव तारिक वजीर खां, पूर्व अध्यक्ष बिशन सिंह, एमपीए महिंदरपाल सिंह, मैंबर मनिंदर सिंह , फराश अब्बास, इमरान गोयल, अजहर अब्बास ने स्वागत किया। वहां जत्थे के सदस्यों के लिए लंगर का भी विशेष प्रबंध किया गया।
जत्थे के श्रद्धालुओं का वीजा रद करना निंदनीय : लोंगोवाल
एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि इस बार एसजीपीसी ने 1630 श्रद्धालुओं के पासपोर्ट वीजा के लिए पाक एंबेंसी भेजे थे, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने 403 श्रद्धालुओं का वीजा रद कर सिर्फ 1227 को ही वीजा दिया। ऐसे में बहुत से श्रद्धालु गुरुघरों के दर्शन करने से वंचित रह गए हैं। उनकी पाक सरकार से मांग है कि अधिक से अधिक वीजा श्रद्धालुओं को दिए जाएं, ताकि उनकी गुरुघरों के दर्शनों की इच्छा पूरी हो सके।
एक ही गांव के 20 बुजुर्ग गए जत्थे के साथ पाकिस्तान
पहली बार एक ही गांव के 20 बुजुर्ग जत्थे के साथ पाकिस्तान गए हैं। यह सभी बुजुर्ग तरनतारन के गांव दुबली के रहने वाले हैं। यह आजादी से पहले पाकिस्तान स्थित अपने गांवों को छोड़ कर आए थे, उन गांवों को देखने भी जाएंगे।