मजदूर की मौत मामले का पंजाब अल्पसंख्यक आयोग ने लिया संज्ञान
गांव सचानिया में जमींदार ने खेतों में काम करने वाले मजदूर को इतना प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर ली।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : गांव सचानिया में जमींदार ने खेतों में काम करने वाले मजदूर को इतना प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर ली। मजदूर के परिवार वालों का आरोप है कि जमींदार ने उसे बुरी तरह से पीटा और गालियां निकालीं। इस बात से वह आहत हुआ और रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और रेलगाड़ी के नीचे आकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद परिवार वालों व गांव वासियों ने शव अमृतसर-पठानकोट हाईवे पर रखकर धरना लगाया और जमींदार की गिरफ्तारी की मांग की। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला गुरदासपुर की पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार वालों को आश्वासन दिया कि जमींदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने जमींदार और उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। हालांकि परिवार वालों को इस पर ऐतराज है। प्रेम मसीह के बेटे सुनील का कहना है पुलिस ने इस मामले में धारा 306 लगाई है जबकि यह 302 का मामला है क्योंकि जमींदार ने प्रेम मसीह को इतना पीटा था कि वह अधमरा हो गया। इसके बाद परेशानी में आकर उसने आत्महत्या कर ली। दूसरी तरफ पंजाब अल्पसंख्यक आयोग तक इस मामले की शिकायत पहुंची। आयोग के चेयरमैन प्रोफेसर इमेनुअल नाहर ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। इसमें आयोग के सदस्य अमृतसर से डा. सुभाष थोबा, मसीही नेता ईसा दास टोनी, पीटर चीदा, आरिफ चौहान, एडवोकेट परवीन भट्टी की ड्यूटी लगाई गई है। डा. सुभाष 19 मई को घटनास्थल का जायजा लेंगे और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर पीड़ित परिवार से बातचीत करेंगे। प्रोफेसर नाहर ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।