अस्तित्व को बचाने के लिए सरकार से लोहा लेंगे निजी स्कूल मुखी
लाकडाउन में निजी स्कूलों की आर्थिक हालत पतली हो गई थी। लाकडाउन खुलने के बाद सरकार की ओर से थोपी गई अनावश्यक शर्तों से निजी स्कूल प्रबंधक परेशान हो गए हैं।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : कोरोना काल के दौरान लगाए गए लाकडाउन में निजी स्कूलों की आर्थिक हालत पतली हो गई थी। लाकडाउन खुलने के बाद अब सरकार की ओर से थोपी गई अनावश्यक शर्तों से निजी स्कूल प्रबंधक परेशान हो गए हैं। निजी स्कूलों के मुखियों ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए एकजुट होकर सरकार से लोहा लेने का एलान कर दिया है।
रेकोग्नाइजड एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन (रासा) की ओर से न्यू अमृतसर में करवाई गई शिक्षा बचाओ कान्फ्रेंस में फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल्स, नीसा, पूसा सहित सीबीएसई से संबंधित स्कूलों की एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। रासा यूके ग्रुप के चेयरमैन हरपाल सिंह यूके व प्रधान प्रिसिपल रवि शर्मा ने कहा कि सरकार की धक्केशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्कूल कोरोना काल में पहले ही वित्तीय परेशानियों से जूझ रहे हैं। अब उन पर सरकार तरह-तरह के नियम थोप रही है। इस मौके पर कई प्रस्ताव पारित किए गए। एनओसी की शर्तों को आसान बनाने की मांग की। हर साल फायर सेफ्टी, बिल्डिंग सुरक्षा व वाटर शुद्धिकरण प्रमाण पत्र जमा करवाने से छूट की मांग की गई। 2100 एसोसिएटिड स्कूलों की मान्यता दोबारा बहाल की जाए। शहरी स्कूली इमारतों पर व्यापारिक प्रापर्टी टैक्स माफ किया जाए। कोविड-19 के कारण स्कूल दस महीने के लिए बंद रहे हैं, स्कूलों की हालत सुधारने के लिए पंजाब सरकार प्राइवेट स्कूलों को आर्थिक पैकेज प्रदान करें। शिक्षा नीति 2020 लागू करने से पहले स्कूल मुखियों से बातचीत की जाए।
कान्फ्रेंस में जगजीत सिंह धूरी, तेजपाल सिंह, कुलभूषण, डीएस पठानिया, मंगल सिंह, सतिदर कौर पन्नू, भुवनेश, बलविदर सिंह, चेतन बांसल, गुरमुख सिंह, हरचरण सिंह पठानिया, निर्मल सिंह बेदी, जुनैद खान, पीएस संधू, अमृत शर्मा, निखिल कालिया, अजय कुमार, तेजबीर सिंह सोहल, संदीप शर्मा, दिलबाग सिंह आदि मौजूद थे।