तिहाड़ जेल से प्रीत व राजा पांच दिन के प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार
अमृतसर कुख्यात गैंगस्टर करण कुमार उर्फ मस्ती की मौत का राज जानने के लिए सीआईए (क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी) ने दिल्ली की तिहाड़ जेल से हथियार सप्लायर प्रीत फगवाड़ा और राजा पहाड़िया को पांच दिन के प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया है।
नवीन राजपूत, अमृतसर
कुख्यात गैंगस्टर करण कुमार उर्फ मस्ती की मौत का राज जानने के लिए सीआईए (क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी) ने दिल्ली की तिहाड़ जेल से हथियार सप्लायर प्रीत फगवाड़ा और राजा पहाड़िया को पांच दिन के प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जानना चाहती है कि गुरु नगरी में बीते कुछ महीनों से गोली सिक्का और विदेशी पिस्तौल सप्लाई करने वाला कौन सा गिरोह है।
राजा पहाड़िया और प्रीत फगवाड़ा ने सीआईए स्टाफ की पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद के मुराद नगर निवासी कर्नल नाम के व्यक्ति से हथियार लेते हैं। बताया जा रहा है कि कर्नल पंजाब ही नहीं, हिमाचल, जम्मू, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरप्रदेश के कई जिलों के गैंगस्टरों को हथियार सप्लाई कर रहा है। फिलहाल पुलिस कर्नल का पता लगाने का प्रयास कर रही है। उक्त दोनों हथियार सप्लायरों की गिरफ्तारी के बाद हथियार डिलीवर करने का मुख्य आरोपित भूमिगत हो चुका था। इंस्पेक्टर व¨वदर महाजन ने बताया कि दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उनकी टीम कर्नल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
क्या है मामला
5 नवंबर को गैंगस्टर करण मस्ती के साथी ¨रका और रोहित शर्मा को सीआईए स्टाफ की पुलिस ने इस्लामाबाद इलाके से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपितों ने पुलिस पर फाय¨रगर भी की थी। इससे पहले दिल्ली के राजा पहाड़िया और प्रीत फगवाड़ा अमृतसर में रिंका को हथियारों की खेप देने पहुंच रहे थे। इस डील की दिल्ली पुलिस को भनक लग गई। मस्ती के साथी ¨रका और दिल्ली के उक्त दोनों आरोपितों की मुलाकात फताहपुर कॉलोनी में रात को होनी थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने शाम को ही उक्त ठिकाने पर छापेमारी कर दी। इससे दोनों पक्ष घटनास्थल से फरार हो गए थे। इस दौरान दिल्ली में करण मस्ती की लाश एक कार की डिग्गी से बरामद हुई थी। हालाकि मस्ती के हत्यारों के बारे में ना तो दिल्ली पुलिस को कुछ पता चला है और ना ही अमृतसर पुलिस को। कर्नल की गिरफ्तारी के लिए बिछाया जाल
हालांकि गाजियाबाद निवासी कर्नल (हथियार सप्लायर) को गिरफ्तार करना अमृतसर पुलिस के लिए काफी कठिन है। इसके लिए जिला पुलिस ने दिल्ली पुलिस का सहयोग लिया है। बताया जा रहा है कि उसके घर पर लगातार नजर रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस के खबरी कर्नल को पकड़वाने के लिए एक्टिव हो चुके हैं। यही नहीं अमृतसर पुलिस ने उसके बीते तीन साल में दर्जनभर से ज्यादा चलाए गए मोबाइल नंबर भी निकलवाए हैं। ताकि मोबाइल नंबर ट्रैक करवाकर उसके संपर्क पता करवाए जा सकें।