छत पर महिला को बिठाकर पुलिस ने 60 किमी की स्पीड से दौड़ाई गाड़ी, फिर हुआ यह हाल
एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने गई पुलिस की टीम ने उसके न मिलने पर बहू को पकड़ लिया व गाड़ी की छत पर बिठा दिया। इसके बाद तेज गति से गाड़ी दौड़ा दी। इससे वह गिरकर बुरी तरह घायल हो गई।
जेएनएन, अमृतसर। पंजाब पुलिस का डरावना चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ। अमृतसर देहाती के कत्थूनंगल थानांतर्गत शहजादा गांव में पंजाब पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने एक महिला को बोलेरो की छत पर चढ़ाकर गाड़ी को 60 से 70 किलोमीटर की गति से दौड़ा दिया। तीन किलोमीटर बाद चविंडा देवी मोड़ पर महिला को गिराकर पुलिस टीम वहां से फरार हो गई। महिला के सिर और बाजू पर गंभीर चोटें लगी हैं। घायल जसविंदर कौर को अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वीरवार काे दोपहर बाद महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कत्थूनंगल थाने का घेराव किया।
परिवार का आरोप, तीन किलोमीटर दूर गाड़ी से महिला को चविंडा देवी मोड़ पर फेंका
एसपी (डी) हरपाल सिंह व डीएसपी (डी) अमनदीप कौर ने जसविंदर कौर के बयान दर्ज किए। महिला ने कहा कि पुलिस जबरदस्ती उसके पति को अपने साथ ले जा रही थी और वह अपने गांव के लोगों के साथ मिलकर पुलिस का विरोध कर रही थी। इस बीच कुछ पुलिस वालों ने उसे बोलेरो की छत पर बैठा दिया और गाड़ी भगा ली।
पुलिस ने आरोप नकारे कहा- पुलिस टीम पर हुआ हमला, महिला कब चढ़ी छत पर नहीं पता, डीएसपी करेंगे
शहजादा गांव निवासी जसविंदर कौर के पति गुरविंदर सिंह ने कहा कि 25 सितंबर की दोपहर पुलिस जबरदस्ती उनके घर में घुसी और उसके पिता बलवंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए घर की तलाशी लेने लगी। उस समय उसके पिता घर में नहीं थे। इस दौरान दर्जनभर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ हाथापाई शुरु कर दी। उसकी पत्नी ने विरोध किया तो पुलिस वालों ने जसविंदर को उठाकर डीएसपी की बोलेरो की छत पर बैठा दिया। यह देखकर गांव के लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस वाले बोलेरो लेकर फरार हो गए और उसके परिवार पर ही हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर दिया है।
घायल महिला जसविंदर कौर।
सारा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरों में कैद
बोलेरो की छत से जसविंदर के गिरने की घटना चविंडा देवी गांव के एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। यही वीडियो वायरल हुई तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
महिला कब चढ़ी गाड़ी पर नहीं पता, हाईकोर्ट के आदेश पर गए थे गिरफ्तारी करने: पलविंदर सिंह
अमृतसर अपराध शाखा के इंस्पेक्टर पलविंदर सिंह ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। उन्हें तो जान बचाकर वहां से भागना पड़ा। पुलिस हाईकोर्ट के आदेश पर 2017 में दर्ज हुए एक मामले में आरोपितों को पकड़ने गई थी। महिला कब बोलेरो पर चढ़ गई वे नहीं जानते। इंस्पेक्टर पलविंदर ने बताया कि साल 2007 में भट्टा मालिक जसबीर सिंह की हत्या के आरोप में कुंदन सिंह सहित छह लोगों को उम्रकैद की सजा हुई थी।
इंस्पेक्टर पलविंदर ने बताया कि ये लोग मार्च 2017 में पैरोल पर आए और भट्ठे पर कब्जा लेने का प्रयास किया। इस घटना के बाद कत्थूनंगल थाने में कुंदन सिंह, बलवंत सिंह आदि पर फिर केस दर्ज हुआ। उनकी गिरफ्तारी न होने पर भट्ठा मालिक परिवार के नरिंदर सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें केस की पैरवी कर आरोपितों की गिरफ्तारी के आदेश जारी हुए थे।
पुलिस की गाड़ी से गिरी महिला।
इंस्पेक्टर पलविंदर ने बताया कि वह आरोपितों को गिरफ्तार करने गए थे। लेकिन पुलिस को देख गुरविंदर ने अपने साथियों सहित हमला कर दिया और ईंट-पत्थर बरसाने शुरु कर दिए। उन्हें अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। महिला कब बोलेरो के साथ लटक गई उन्हें नहीं पता।
डीएसपी निरलेप करेंगे मामले की जांच: एसपी
उधर महिला का बयान लेने के बाद एसपी (डी) हरपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरु कर दी गई है। डीएसपी निरलेप सिंह को जांच के आदेश दिए गए हैं।
कत्थूनंगल थाने का घेराव करते हुए ग्रामीण।
क्रुद्ध लोगों ने थाने का घेराव किया
वीरवार को पीड़ित महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कत्थूनंगल थाने का घेराव किया। लोगों का कहना था कि प्रताड़ना मैं जिम्मेदार पुलिस अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। इसके साथ ही परिवार के 18 सदस्यों के खिलाफ क्राइम विंग की तरफ से दर्ज किए गए मामले को खारिज किया जाए।