निगम के ऑडिटर की हत्या मामले में केस दर्ज
नगर निगम के ऑडिटर हरीश कुमार की मौत पांच जून 2020 को दम घुटने से हुई थी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: नगर निगम के ऑडिटर हरीश कुमार की मौत पांच जून 2020 को दम घुटने से हुई थी। यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। पुलिस ने घटना वाले दिन हरीश का शहर तरनतारन रोड वाली नहर से बरामद किया था। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। उधर, सुल्तानविड थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर परनीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है।
गेट हकीमां थानांतर्गत पड़ते डैमगंज निवासी अश्वनी कुमार ने पुलिस को बताया कि उनका भाई हरीश कुमार निगम में बतौर ऑडिटर काम करता था। कुछ समय पहले उसका पहली पत्नी से तलाक हो गया था। परिवार के सदस्यों ने उसकी दूसरी शादी मंजीत कौर नाम की महिला से कर दी थी। अब वह अपनी पत्नी और पांच साल की बच्ची के साथ रह रहा था। पांच जून को हरीश एकाएक घर से लापता हो गया। इस बारे में पुलिस में शिकायत भी की गई थी। इस बीच उन्हें पता चला कि हरीश का शव नहर में बह रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव निकलवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि हरीश की मौत हादसा नहीं बल्कि हत्या हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा दिया था। अब रिपोर्ट आने पर पता चला कि हरीश की हत्या दम घुटने से हुई है। परिवार ने करीबी रिश्तेदारों पर हत्या का आरोप लगाया है। जबकि थाना प्रभारी परनीत ने बताया कि फिलहाल जांच के दौरान किसी के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं। जांच जारी है। अभी हरीश कुमार की बिसरा रिपोर्ट भी आने वाली है। उक्त रिपोर्ट से मामला और भी साफ हो जाएगा।