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पेस्को पर संकट के बादल, जीएनडीएच में जोजो कंपनी के सुरक्षा कर्मी तैनात

अमृतसर गुरुनानक देव अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों का संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार ने इसमें बदलाव करने का फैसला लिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 12:17 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 12:17 AM (IST)
पेस्को पर संकट के बादल, जीएनडीएच  में जोजो कंपनी के सुरक्षा कर्मी तैनात
पेस्को पर संकट के बादल, जीएनडीएच में जोजो कंपनी के सुरक्षा कर्मी तैनात

— सरकार ने सुरक्षा के लिए टेंडर जारी किया

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— अस्थायी तौर पर जोजो कंपनी के दस कर्मचारियों को किया तैनात

— अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों की वजह से सरकार ने उठाया कदम

फोटो — 15

जागरण संवाददाता, अमृतसर

गुरुनानक देव अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों का संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार ने इसमें बदलाव करने का फैसला लिया है। इस अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा पंजाब एक्स सर्विसमैन कारपोरेशन आर्गेनाइजेशन (पेस्को) के हवाले है। सरकार ने वीरवार को अचानक यहां जोजो सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के दस कर्मचारियों को तैनात कर दिया। हालांकि अभी पेस्को कंपनी के कर्मचारियों को अस्पताल से हटाया नहीं गया है। ऐसा माना जा रहा है कि 3 फरवरी को गुरु नानक देव अस्पताल में एक महिला जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से छेड़छाड़ की घटना के बाद पंजाब सरकार पेस्को कंपनी को चलता करने के मूड में हैं।

दरअसल, 3 फरवरी को महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ करने वाला पेस्को कंपनी का ही सुरक्षा कर्मचारी था। सुखवंत ¨सह नामक इस कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर केस दर्ज किया था। इसके बाद से ही जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मेडिकल सुप¨रटेंडेंट पर सवाल उठाए थे। एमएस के इस्तीफे की मांग को लेकर जूनियर डाक्टर छह दिन तक हड़ताल पर भी चले गए थे।

दूसरी तरफ गुरु नानक देव अस्पताल में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं। पेस्को कंपनी के कर्मचारी इन वारदातों को रोकने में अक्षम रहे। जनवरी माह में अस्पताल में पंखे व लाइटें चोरी हो गई। पिछले वर्ष एक महिला डॉक्टर का पर्स, लैपटॉप, मोबाइल फोन सहित कुछ चिकित्सा उपकरण भी गायब हुए। इन सभी घटनाओं का जिम्मेवार सुरक्षा कर्मचारियों को ही माना जा रहा था। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने पेस्को कंपनी के कर्मचारियों को कई मर्तबा अपनी ड्यूटी सही ढंग से करने के निर्देश दिए, पर महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ के बाद सुरक्षा का मुद्दा गर्मा गया था।

वीरवार को अस्पताल में जोजो कंपनी के दस कर्मचारियों को ओपीडी में लगाया गया। पांच कर्मचारी सुबह की शिफ्ट में जबकि पांच कर्मचारी रात की शिफ्ट में सुरक्षा ड्यूटी करेंगे।

अस्पताल के मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. सु¨रदर पाल का कहना है कि फिलहाल दस कर्मचारी तैनात किए गए हैं। हालांकि सरकार ने अस्पताल की सुरक्षा के लिए टेंडर जारी किया है। जो कंपनी टेंडर हासिल करेगी, सुरक्षा की जिम्मेवारी उसे दी जाएगी। हमें मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के डायरेक्टर का आदेश मिला था कि जोजो कंपनी के दस कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर लगाया जाए।

इसके अलावा पेस्को कंपनी के अधिकारी को बुलाया गया है। पेस्को सरकार कंपनी सरकार से अनुबंधित है। इसमें ज्यादातर सुरक्षा कर्मचारी एक्स सर्विसमैन है। इस कंपनी के विषय में अगला फैसला सरकार ही करेगी।


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