कोरोना ने कई कर्मियों को कर दिया बेरोजगार, दुकानों के खर्च निकालना मुश्किल
दुकानदार इस समय बेहद परेशानी से गुजर रहे हैं। बाजार में ग्राहक बिल्कुल नहीं है।
कमल कोहली, अमनदीप सिंह, अमृतसर: दुकानदार इस समय बेहद परेशानी से गुजर रहे हैं। बाजार में ग्राहक बिल्कुल नहीं है। मंदी का दौर चल रहा है। दुकानों के खर्चे भी निकालने मुश्किल हो गए हैं। जिस दुकान में काफी संख्या में कर्मचारी नौकरी करते थे, लेकिन कोरोना ने कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया है। खुद दुकान मालिक भी अपना खर्च बड़ी मुश्किल से निकाल रहे हैं। ये सभी बातें हाल गेट में कारोबार करने वाले दुकानदारों ने दैनिक जागरण के साथ फेसबुक लाइंव कार्यक्रम के दौरान कहीं। पिछले करीब नौ दिनों से हाल बाजार के कारोबारियों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए यह अभियान चलाया हुआ है। दुकानदारों का कहना है, सरकार ने अगर हाथ नहीं पकड़ना है तो कम से कम बिजली बिल व टैक्स को माफ कर दे। दुकानों में ग्राहक नहीं है। दुकानें खोलते हैं पर दिनभर खाली बैठकर चले जाते हैं। उससे गुजारा भी नहीं हो सकता। सरकार ने कोई भी मदद नहीं की है। ऐसे हालात में समस्या गंभीर होती जा रही है। जब तक टूरिस्ट नहीं निकलते तब तक बाजार के हालात ऐसे ही रहेंगे।
-गुलशन कुमार, दुकानदार महामारी में बेकारी के आलम को जन्म दिया है। कई नौजवान अपनी नौकरी खो बैठे हैं। दुकानदार भी खर्चे निकालने में असमर्थ होता जा रहा है। सरकार को बिजली के बिलों व टैक्सों में छूट देनी चाहिए। परंतु उसने ऐसा नहीं किया।
-आशीष कुमार, दुकानदार हमारी दुकान में पहले काफी कर्मचारी काम करते थे। पर महामारी के कारण कई कर्मचारी बेकार हो गए हैं। बड़ी मुश्किल से वह दुकानों के खर्चे निकाल रहे हैं। रविवार को दुकान खोलने से कुछ राहत जरूर मिलेगी। सरकार को कोई मदद करनी चाहिए।
- अमित अरोड़ा, दुकानदार सरकार ने व्यापारियों की कोई मदद नहीं की, जो चिता का विषय है। इस समय दुकानदार सबसे ज्यादा मंदी के दौर में गुजर रहे हैं। सरकार को ऐसी रणनीति बनानी चाहिए थी जिससे दुकानदारों को कुछ राहत मिलती तथा दुकानदार तथा उसमें कार्य करने वाले लोगों को राहत मिल सकती।
- कुशल महाजन, दुकानदार बाजार में टूरिस्ट बिल्कुल नहीं है। इससे सभी दुकानदार परेशान हैं। जब तक बाजार में टूरिस्ट नहीं निकलता तब तक कारोबार पटरी पर नहीं आ सकता। दुकानदारों को राहत जरूर देनी चाहिए थी, ताकि वह अपने खर्चे निकाल सकते।
- मनीष कुमार महाजन, दुकानदार बिजली के बिल व टैक्स में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी गई है। दुकानदार इस समय सिर्फ जमा पूंजी से ही गुजारा कर रहे हैं। लाभ बिल्कुल नहीं है, सरकार को ऐसी रणनीति बनानी चाहिए जिससे दुकानदारों का कारोबार पटरी पर आ सके और खर्चे निकल सकें।
- पंकज ढींगरा, दुकानदार समस्याएं गंभीर हैं, खर्चे नहीं निकल रहे। ग्राहक काफी कम आते हैं, गुजारा करना मुश्किल होता जा रहा है। अब तो दुकान में कर्मचारी भी रखने में दुकानदार असमर्थ होते जा रहे हैं। जो देश को बेकारी के आलम में ले जा रहा है।
- राकेश कुमार, दुकानदार महामारी के कारण सभी लोग परेशान हैं। यदि समस्याओं से निजात दिलाने के लिए सरकार ने कोई राहत नहीं दी तो हालात गंभीर बन सकते हैं। सरकार को दुकानदारों को राहत देने के लिए आर्थिक पैकेज घोषित करना चाहिए।
-कौशल गुप्ता, दुकानदार बाजार में टूरिस्ट बिल्कुल नहीं है। पर्यटकों के कारण ही ट्रैवल का काम चलता है। इस समय ट्रैवल का काम ठप है। हर एक बेकारी के आलम में फंसा हुआ है। हालात काफी गंभीर है। सरकार को सोचना चाहिए था पर उसने ऐसा कुछ नहीं सोचा।
- सुमित सहगल, दुकानदार महामारी ने हर एक कारोबार को प्रभावित किया है। महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इससे आम आदमी का जीना दूभर होता जा रहा है। सरकार को महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए भी ठोस कदम उठाने चाहिए।
-कवलजीत कौर, दुकानदार