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संवैधानिक चिह्नों के हनन में पीसी शर्मा के बयान दर्ज

अमृतसर : कांग्रेस के पूर्व पार्षद गु¨रदर रिषी की तरफ से 1, अप्रैल 2017 को पंद्रह - पंद्रह लाख के सिक्के और नकली नोट छपवाकर बांटने में सिविल लाइन थाने की पुलिस ने वकील पीसी शर्मा के बयान दर्ज कर लिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 08:43 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 08:43 PM (IST)
संवैधानिक चिह्नों के हनन में पीसी शर्मा के बयान दर्ज
संवैधानिक चिह्नों के हनन में पीसी शर्मा के बयान दर्ज

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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कांग्रेस के पूर्व पार्षद गु¨रदर रिषी की तरफ से 1, अप्रैल 2017 को पंद्रह - पंद्रह लाख के सिक्के और नकली नोट छपवाकर बांटने में सिविल लाइन थाने की पुलिस ने वकील पीसी शर्मा के बयान दर्ज कर लिए हैं। उक्त कार्रवाई पुलिस को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सेक्रेटरी मुकेश साहनी के आदेश पर करनी पड़ रही है। पेशे से वकील व आरटीआइ एक्टिविस्ट पीसी शर्मा का आरोप है कि कांग्रेसी पार्षद ने नोट और सिक्कों पर राष्ट्रीय चिह्नों को अंकित करवा कर अपमान किया था। पीसी शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय चिह्न का अपमान करने वाले, पूर्व पार्षद और उनके साथियों पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए।

ढीली कार्रवाई करने वाले पुलिस अफसर पर भी होगी कार्रवाई

केंद्र सरकार के गृह विभाग की तरफ से जारी पत्र में यह भी लिखा गया है कि मामले में ढीली कार्रवाई करने वाले पुलिस अफसर पर विभागीय जांच चलाई जाए। पता चलाया जाए कि उक्त मामले में इतना समय बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई।

पुरानी शिकायतें और बयान की कापियां मंगवाई हैं: जांच अधिकारी

जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि मामला पुराना है। उन्हें जांच अभी सौंपी गई है। वह पुरानी शिकायतें और उनपर दर्ज किए गए बयान निकलवा रहे हैं। ताकि तथ्यों के बारे में पता चल सके। फिलहाल पूर्व पार्षद गु¨रदर रिषी को भी बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। क्या है मामला..

साल 2017 में कांग्रेस के पूर्व पार्षद गु¨रदर रिषी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर व्यंग करते हुए 15-15 लाख रुपये के सिक्के और नोट बांटे थे। गु¨रदर रिषी का कहना था कि पीएम जनता के खाते में उक्त राशि डलवाएं और अपना वादा करें। वहीं दूसरी तरफ वकील पीसी शर्मा ने गु¨रदर रिषी के खिलाफ मामला दर्ज कराने को लेकर पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी। पीसी शर्मा ने आरोप लगाया था कि पूर्व पार्षद ने संवैधानिक चिह्नों का अपमान किया है। कोई भी देशवासी इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं कर सकता।


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