Move to Jagran APP

पाक ड्राइवर व गार्ड ने समझौता एक्‍सप्रेस को भारत में लाने से किया मना, फिर रेलवे ने उठाया यह कदम

पाकिस्‍तानी क्रू मेंबर ने समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन को भारतीय सीमा में लाने से इन्‍कार कर दिया। इसके बाद ट्रेन को लाने के लिए भारतीय रेलवे ने अपने क्रू मेंबर को इंजन के साथ भेजा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 04:28 PM (IST)Updated: Sat, 10 Aug 2019 12:52 PM (IST)
पाक ड्राइवर व गार्ड ने समझौता एक्‍सप्रेस को भारत में लाने से किया मना, फिर रेलवे ने उठाया यह कदम
पाक ड्राइवर व गार्ड ने समझौता एक्‍सप्रेस को भारत में लाने से किया मना, फिर रेलवे ने उठाया यह कदम

अमृतसर, जेएनएन। जम्‍मू-कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 को खत्‍म किए जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत से संबंध तोड़ने के ऐलान का दोनों देशाे के बीच चलने वाले समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन पर भी पड़ा है। यह ट्रेन अभी बंद नहीं हुई है, लेकिन पाकिस्‍तान की ओर से अटारी रेलवे स्‍टेशन तक आने वाली ट्रेन सीमा पर काफी देर रुकी रही। पाकिस्‍तान से समझौता एक्सप्रेस ट्रेन को ला र‍हे क्रू मेंबर भारत की सीमा में ट्रेन को लाने से मना कर दिया। इसके बाद भारतीय रेलवे ने ट्रेन को अटारी रेलवे स्‍टेशन तक लाने के लिए अपना इंजन और क्रू मेंबर भेजा। समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में 117 यात्री सवार थे। ये यात्री दोपहर 12 बजे से लेकर सायं करीब 5.14  बजे तक ट्रेन में फंसे रहे। ट्रेन में 76 भारतीय और 41 पाकिस्‍तानी यात्री सवार थे। ये यात्री ट्रेन में करीब सवा पांच घंटे तक फंसे रहे।

loksabha election banner

ट्रेन को भारतीय क्रू मेंबर अटारी स्‍टेशन पर लेकर आए, 117 यात्री सवा पांच घंटे तक फंसे रहे

बता दें किे पाकिस्‍तान द्वारा भारत से राजनयिक व व्‍यापारिक रिश्‍ते तोड़ने की घोषणा के बाद समझौता एकसप्रेस ट्रेन को लेकर भी संशय पैदा हो गया है। वीरवार को दोपहर बाद लाहौर से समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन भारत-पाकिस्‍तान सीमा पर पहुंची तो पा‍किस्‍तानी क्रू मेंबर ने इसे भारतीय सीमा में अटारी रेलवे स्टेशन तक लाने से इन्‍कार कर दिया।

जानकारी के अनुसार, पाकिस्‍तानी क्रू मेंबर ने ट्रेन को सीमा पर रोक दिया और इसे आगे बढ़ाने से इन्‍कार कर दिया। पाकिस्‍तान रेलवे की ओर से अटारी रेलवे स्‍टेशन के अधीक्षक को संदेश भिजवाया गया कि वे ट्रेन को आगे ले जाने के लिए भारतीय क्रू सदस्यों को भेजें।

इसके बाद अटारी रेलवे स्‍टेशन से इंजन और ट्रेन को लाने के लिए क्रू मेंबर भेजे गए। अटारी रेलवे स्‍टेशन के अधीक्षक ने बताया कि पाकिस्‍तान रेलवे के संदेश के बाद ट्रेन को यहां लाने के लिए कदम उठाया गया। उन्‍होंने बताया कि समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन की सेवा अभी बंद नहीं की गई है। पाकिस्‍तान के ड्राइवर और गार्ड ने भारत में ट्रेन को लाने से मना कर दिया था। इसके बाद हमने अपने चालक व गार्ड इंजन के साथ भेजा।


जानकारी के अनुसार, वाघा रेलवे स्टेशन के सुपरिंटेंडेंट ने अंतरराष्ट्रीय अटारी रेल स्टेशन  के अधीक्षक अरविंद कुमार गुप्ता  को दोपहर 12.55 बजे सूचना दी कि समझौता एक्सप्रेस लाने को अपनी क्रू टीम को वाघा सीमा पर भेज दें। गुप्‍ता ने इसके बाद आलाधिकारियों को इस बारे में सूचना दी। इसके बाद सायं तीन बजे  भारतीय रेलवे के दो ड्राइवर और एक गार्ड इंजन लेकर समझौता एक्सप्रेस लाने वाघा के लिए रवाना हुए। सायं करीब 5.14 बजे 117 यात्रियों के साथ समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन को अटारी रेलवे स्‍टेशन लाया गया।

 भारत-पाक के बीच हुए समझौते के तहत वीरवार को वाघा से समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन को अटारी
रेलवे स्टेशन पर पहुंचना था। ट्रेन के पाकिस्‍तानी क्रू सदस्यों ने इसे भारत लाने  से इनकार कर दिया। इसके बाद भारत-पाक के बीच चलने वाली माल गाड़ी के चालक  उमा शंकर और कमलेश और गार्ड सुरिदंर सिंह को समझौता एक्‍सप्रेस ट्रेन को लाने के लिए वाघा भेजा गया।


कोई रिश्तेदारों से मिलकर तो तो कोई मिलने आया
लाहौर से पहुंचे सलीम ने बताया कि वह भारत में अपने रिश्तेदारों को मिलने  आया है। उसका पहले से वीजा था और यात्रा का प्रोग्राम बना हुआ था। मौजूदा हालातों  को देखते हुए परिवार के कुछ लोगों ने उन्हें अभी भारत आने से रोका, लेकिन उन्होंने यात्रा पर आने का फैसला किया। लाहौर से वापस लौटे हरियाणा के पानीपत के मोहम्मद
निस्सार ने बताया कि वह अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गया था। अभी  वहां कुछ हालात गड़बड़ाए हुए हैं, जिसको देखते हुए वह वापस भारत लौट आया।

उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद के शाहरोश ने बताया कि वह पाकिस्तान में परिवारिक कार्यक्रम के  सिलसिले में गए थे। अभी वहां रहना चाहते थे, लेकिन हालातम के कारण रिश्तेदारों के दबाव  बनाने के बाद आज वापस वतन लौटा आए।


-समझौता एक्सप्रेस की शुरूआत की संभावना 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद तत्कालीन
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच हुए शिमला समझौता में बनी।

-समझौता एक्सप्रेस को 22 जुलाई 1976 को अटारी-लाहौर के बीच शुरू हुई। शुरूआत में इसे रोज चलाया गया, लेकिन साल 1994 में इसके संचालन को हफ्ते में दो दिन कर दिया गया।

- बुधवार और रविवार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलने वाली इस ट्रेन के लिए पुरानी दिल्ली रेलवे स्‍टेश पर अलग से प्लेटफॉर्म बनाया गया है।
- गहन जांच के बाद यात्रियों को इसमें चढ़ाया जाता है। भारतीय रेलवे इसे राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस से भी ज्यादा तरजीह देती है।

समझौता एक्सप्रेस का रूट.
- दिल्ली से लाहौर के बीच चलने वाली यह ट्रेन पंजाब में अटारी तक जाती है। इसके बाद अटारी से वाघा (पाकिस्तान) तक तीन किलोमीटर की सीमा पार करती है। उसके बाद पाकिस्तान में लाहौर पहुंचती है।


कब कब रुके समझौता के पहिये
-13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमले के बाद समझौता एक्सप्रेस रोक दी गई थी।
-27 दिसंबर 2007 को बेनजीर भुट्टो हमले के बाद इस ट्रेन को रोक दिया गया।
-26 फरवरी 2019 को एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस पर रोक लगा दी थी।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.