पाकिस्तान से रिहा होकर भारत पहुंचे 145 मछुआरे
पाकिस्तान ने आज 145 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। इन मछुआरों को वाघा सीमा के रास्ते भारत लाया गया।
जेएनएन, अमृतसर। पाकिस्तान में कराची की लांडी जेल से रिहा होने के बाद 144 भारतीय मछुआरे शुक्रवार की देर सायं वाघा सीमा के रास्ते भारत पहुंचे। पहले वीरवार को भारत-पाक जीरो लाइन पार कर 145 मछुआरों के भारत पहुंचने की सूचना थी, लेकिन कराची से इन्हें रेल से लाहौर रेलवे स्टेशन तक लाया गया तो इसमें देरी होने के चलते यह लोग कल भारत नहीं पहुंच सके। हालांकि बचे एक मछुआरे के नहीं आने के बारे पुष्ट जानकारी नहीं मिल सकी।
पाक रेंजर्स के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट फैजल ने इन भारतीय मछुआरों को अटारी सीमा स्थित जीरो लाइन पर बार्डर सिक्यूरिटी फोर्स के सहायक कमांडेंट अनिल कुमार चौहान के सुपुर्द किया। गुजरात राज्य के रमेश पुत्र भगवान, किश्न पुत्र नागा, रमेश पुत्र जीवा, आरसी पुत्र राम सिंह, रमेश पुत्र साधों तथा राम सिंह पुत्र हमीर, काहना पुत्र राम सिंह और कासिम पुत्र इकबाल ने बताया कि उन लोगों को पाक रेंजर्स ने मार्च 2017 के दौरान गुजरात के समुद्र से पकड़ा था। इस दौरान उन्हें 6 महीने कैद की सजा हुई। चुंकि पाक सरकार द्वारा इनकी रिहाई के लिए भारत सरकार के साथ डाक्यूमेंटरी बातचीत में कुछ समय लगा और उन लोगों को 3 माह अधिक पाक की लांडी जेल में बिताने पड़े।
यह भारतीय मछुआरे करीब 7.30 बजे तक जीरो लाइन पार करके अटारी पहुंच गए। जहां से बीएसएफ के सहायक कमांडेंट अनिल चौहान ने पाक से रिहा होकर भारत पहुंचे 144 मछुआरों को नायब तहसीलदार (अटारी) करणपाल सिंह रियाड़ व उनके स्टाफ के सुपुर्द किए, जो औपचारिक्ताएं मुकम्मल करने के बाद इन मछुआरों को लेकर देर रेडक्रास भवन में पहुंचे।
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