किसानों ने किया श्वेत मलिक का घेराव
राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक वीरवार सुबह रंजीत एवेन्यू पासपोर्ट आफिस का दौरा करने पहुंचे। इसकी जानकारी किसानों को पहले से थी।
जासं, अमृतसर : राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक वीरवार सुबह रंजीत एवेन्यू पासपोर्ट आफिस का दौरा करने पहुंचे। इसकी जानकारी किसानों को पहले से थी। उन्होंने उनके आने से पहले ही घेराव करने की योजना बनाई थी, मगर वह लेट हो गए। जब किसान वहां पहुंचे तब मलिक क्षेत्रीय पासपोर्ट आफिस का दौरा कर बाहर आए ही थे। इसी दौरान संघर्ष कमेटी के करीब 20 कार्यकर्ताओं ने मलिक की कार को घेरा, पर पुलिस और उनके सुरक्षा कर्मचारी उन्हें वहां से लेकर निकल गए।
किसान मजदूर संगठन के सकतर सिंह कोटला के नेतृत्व किसानों ने वहां केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कृषि सुधार कानून रद करने की मांग करते हुए श्वेत मलिक के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा नेताओं का तब तक घेराव करेंगे जब तक ये कानून रद नहीं किए जाते। ये किसान नहीं, कम्युनिस्ट पाटी के नेता हैं: श्वेत मलिक
दूसरी तरफ राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक ने कहा कि पासपोर्ट आफिस के बाहर उनका घेराव करने किसान नहीं बल्कि कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पहुंचे थे। सरवन सिंह पंधेर कम्युनिस्ट नेता है न कि किसान नेता, क्योंकि किसानों ने पहले ही स्पष्ट कर रखा है कि उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई लेना देना नहीं। यही कारण है कि जब रवनीत सिंह बिट्टू और गुरजीत सिंह औजला किसान आंदोलन में पहुंचे तो किसानों ने उनका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट नेता अगर किसान बन कर आंदोलन कर रहे हैं तो उन्हें पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए। कम्युनिस्ट अपना जमीनी आधार खो चुकी है और अब किसानों की आड़ में अपना राजनीतिक एजेंडा चला रहे हैं।