बंटवारे के इतिहास से रूबरू करवाने के लिए लगाई ऑनलाइन एग्जीबिशन
कोरोना के कारण पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
जागरण संवादाता, अमृतसर: कोरोना के कारण पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है। मगर इस दौरान भी देश-विदेश में बसे भारतीय लोग भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के इतिहास से वाकिफ हो सकें। इसके लिए पार्टिशिन म्यूजियम की ओर से ऑनलाइन एग्जीबिशन का आयोजन किया है।
एग्जीबिशन में बंटवारे के दर्द को अलग-अलग तरह की पेंटिग और उस समय के दस्तावेजो के जरिए रूबरू करवाया जा रहा है। एग्जीबिशन के बारे में पता चलने पर भारत के मशहूर पेंटर सरदारी लाल पराशर के परिवार ने म्यूजियम के साथ संपंर्क कर श्री गुरु नानक देव जी की बहुत ही दुर्लभ पेंटिग भेंट की है। पराशर का परिवार मौजूदा समय में दिल्ली में रहता है। 1940 के दशक की इस पेंटिग को एसएल पराशर ने खुद बनाया था। पेंटिग में श्री गुरु नानक देव जी अपनी यात्रा के दौरान रास्ते में एक जगह रूक कर आराम कर रहे है। उनके साथ एक तरफ भाई मर्दाना जी और दूसरी तरफ भाई बाला जी बैठे हुए है।
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आजादी से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए जा रहे
म्यूजियम की मैनेजर राजविदर कौर ने बताया कि बहुत सारे लोगों की ईमेल आ रहे थे कि वह बंटवारे के इतिहास के बारे जानकारी लेना चाहते है। इसी कारण ही ऑनलाइन एग्जीबिशन लगाने की योजना बनाई गई। ऑनलाइन ही लोगों की ओर से काफी रूचि दिखाई जा रही है। इसमें कई तरह की पेंटिग को साझा किया गया है। साथ ही आजादी से संबंधित दस्तावेज आदि भी दिखाए जा रहे है। ऑनलाइन एग्जीबिशन देखकर ही एसएल पराशर के परिवार ने उन्हें यह पेंटिग भेंट की है। इसके अलावा बंटवारे के दौरान जो लोग भारत आए थे। बहुत सारे लोगों ने अपने साथ पाकिस्तान से लाए सामान को म्यूजियम को भेंट कर दिया था। उन सब के बारे में भी इस ऑनलाइन एग्जीबिशन में बताया जा रहा है।