श्री गुरुराम दास जी के प्रकाश पर्व जलाएंगे एक लाख दीये
श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व के मौके पर श्री हरिमंदिर साहिब में एक लाख दीये देसी घी के प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : अमृतसर के संस्थापक चौथे पातशाह श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व के मौके पर श्री हरिमंदिर साहिब में एक लाख दीये देसी घी के प्रज्ज्वलित किए जाएंगे जो अलौकिक दृष्य पेश करेंगे। इसका प्रबंध एसजीपीसी ने संगत के सहयोग से किया है। एसजीपीसी के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह ने बताया कि इस के लिए श्री हरिमंदिर साहिब के चारों दरवाजों के बाहर मेज लगा कर दीयों की व्यवस्था की जाएगी। संगत दीये जलाकर श्री हरिमंदिर साहिब के सरोवर के चारों ओर परिक्रमा में दीये रखेगी। प्रकाश पर्व पर अलौकिक दीपमाला की जाएगी। हरिमंदिर साहिब की खूबसूरत फूलों के साथ सजावट भी की जाएगी। इसकी सारी सेवा मुंबई निवासी इकबाल सिंह निभा रहे हैं। इस अवसर पर एसजीपीसी के महिदर सिंह आहली, सुखमिदर सिंह, मैनेजर जसविदर सिंह दीनपुर, प्रताप सिंह, कुलविदर सिंह रमदास, सतिद सिंह, गुरमीत सिंह आदि भी मौजूद थे।
आज कीर्तन दरबार, कल शहर के 12 दरवाजों से निकलेगा नगर कीर्तन
प्रकाशपर्व के कार्यक्रमों की शुरूआत 13 अक्टूबर से कीर्तन दरबार के साथ होगी। इसमें पंथ के रागी जत्थे पुरातन शैली के अनुसार कीर्तन करेंगे। श्री गुरु रामदास जी की बाणी पर आधारित यह कीर्तन कार्यक्रम श्री मंजी साहिब दीवान हाल में रात्रि सात बजे से देर रात्रि तक चलेंगे। 14 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे श्री अकाल तख्त साहिब से आयोजित किया जाने वाला नगर कीर्तन भी अलौकिक होगा। नगर कीर्तन पुराने शहर के 12 दरवाजों से होते हुए श्री अकाल तख्त साहिब पर ही संपन्न होगा। नगर कीर्तन में स्कूलों, कालेजों के तीन हजार के करीब विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा अफगानी, खोस्ती, संगत तथा जम्मू कश्मीर, दुबई आदि से भी श्रद्धालु पहुंचेंगे। साथ ही 14 अक्टूबर को हर वर्ष की तरह राग दरबार आयोजित होगा। राग दरबार की परंपरा लम्बे समय से चली आ रही है।
52 विद्यार्थियों की फीस का खर्चा उठाएगी एसजीपीसी
डॉ. रूप सिंह ने बताया कि प्रकाश पर्व वाले दिन 15 अक्टूबर को श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और बाबा अटल राय साहिब में जलौ सजाए जाएंगे। गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में 52 किरतीयों को 11-11 हजार रुपये देकर सम्मानित किया जाएगा। 52 होनहार विद्यार्थियों की पढ़ाई की फीस एसजीपीसी की ओर से एक वर्ष के लिए उठाई जाएगी। स्कूली विद्यार्थियों के आयोजित किए अलग-अलग मुकाबलों के विजयी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। इस बार आठ लाख से अधिक श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने के लिए पहुंचेंगे, जिनकी रिहायश व रहन-सहन के सारे प्रबंध एसजीपीसी की ओर से मुकम्मल कर लिए गए हैं।