60 माैतों को भूल गए सिद्धू व प्रशासन, रेल फाटक के पास किया कार्यक्रम, ट्रैक पर खड़े रहे लोग
अमृतसर में पिछले साल दशहरा पर हुए हादसे से सबक नहीं लिया गया है। जिस जौड़ा फाटक के पास रेल हादसा हुआ था रविवार को उसी के पास नवजोत सिद्धू का कार्यक्रम हुआ। लोग ट्रैक पर खड़े रहे।
अमृतसर, जेएनएन। पिछले साल दशहरा के दिन अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास हुए हादसे से प्रशासन ने लगता है कोई सबक नहीं है। इस हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 140 लोग घायल हो गए थे। इसके बावजूद रविवार को रेल फाटक से महज सौ गज की दूरी पर स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान काफी संख्या में लोग रेल ट्रैक पर खड़े रहे। वहां पुलिसकर्मी भी खड़े दिखे।
कुछ लोग ट्रैक पर खड़े होकर भी सुन रहे थे भाषण, फाटक बंद था, ट्रेन आने का हो चुका था समय
सिद्धू रविवार को भगतांवाला डंप में कूड़े की सेपरेशन प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए आयोजित कार्यक्रम में आए थे। समारोह रेलवे फाटक से महज 100 गज की दूरी पर किया गया। कार्यक्रम में मंत्री सिद्धू मुख्य अतिथि थे। इस दौरान लोग रेल ट्रैक पर खड़े दिखे। बता दें कि पिछले साल जौड़ा रेल फाटक के पास आयोजित दशहरा कार्यक्रम के दौरान रेल ट्रैक पर खड़े लोग तेज गति से गुजरी ट्रेन कीचपेट में आ गए थे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू थीं।
कार्यक्रम के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू।
सिद्धू सहित किसी वीआइपी ने लोगों को ट्रैक से हटने तक के लिए नहीं कहा
रविवार को कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान ट्रेन के आने का समय था इसलिए भगतांवाला रेल लाइन पर फाटक बंद था। बावजूद इसके कुछ लोग व पंजाब पुलिस के कई मुलाजिम रेल लाइन पर खड़े रहे और सिद्धू का भाषण को सुनते रहे।
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कार्यक्रम में सिद्धू के अलावा सांसद गुरजीत सिंह औजला, शिक्षा मंत्री ओमप्रकाश सोनी, विधायक डॉ. राजकुमार वेरका, मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल थे, लेकिन किसी ने भी लोगों को ट्रैक से हटने के लिए नहीं कहा।
कार्यक्रम के दौरान रेल ट्रैक के पास खड़े लोग व पुलिसकर्मी।
सोशल मीडिया पर सिद्धू पर बरसे लोग
ये तस्वीरें जैसे ही वायरल हुईं तो लोगों ने सोशल मीडिया पर सिद्धू के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। लोगों ने कहा कि जौड़ा फाटक रेलवे हादसे में 60 से ज्यादा लोग मारे गए। ये नेता पंजाब को खत्म करना चाहते हैं।
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सुलगते सवाल
- सरकारी कार्यक्रम को रेलवे ट्रैक के पास करवाने की इजाजत किसने दी।
-सभी जिम्मेदार कार्यक्रम में मौजूद थे, ऐसे में अब किसे गैरजिम्मेदार ठहराएंगे।
-19 अक्टूबर 2018 को जौड़ा फाटक क्षेत्र में दशहरा उत्सव देखने पहुंचे लोग भी ट्रैक पर खड़े थे। तो रविवार को रेल ट्रैक से लोगों को दूर रखने के इंतजाम क्यों नहीं किए गए।