लोहड़ी से पहले सजे बाजार, पर पिछली बार की तरह रौनक नहीं
सुंदर मुंदरिये हो तेरा कौन विचारा हो दुल्ला भट्टी वाला हो दुल्ले ने धी व्याही हो..। यह परंपरागत लोक गीत अब बुधवार को सुनने को मिलेंगे।
कमल कोहली, अमृतसर
सुंदर मुंदरिये हो, तेरा कौन विचारा हो, दुल्ला भट्टी वाला हो, दुल्ले ने धी व्याही हो..। यह परंपरागत लोक गीत अब बुधवार को सुनने को मिलेंगे। वहीं इससे पहले ही लोहड़ी पर्व पर बाजार सज गए हैं। हलवाइयों ने खजूर, भुगा, पिन्नी जैसे खाद्य पदार्थों का निर्माण करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा शगुन के तौर पर गजक, चिरवड़े, मूंगफली, रेवड़ियां बेचने वाले दुकानदारों ने दुकानें सजा कर सामान बेचना शुरू कर दिया है। हालांकि बाजार में पिछली बार के मुकाबले रौनक नहीं है। दुकानदारों का मानना है कि कोरोना संक्रमण के कारण ग्राहकों की संख्या कम है। पर उनको आशा है कि इस पर्व को मनाने के लिए लोग सिर्फ नवजात बच्चों व नवविवाहित की प्रथम लोहड़ी के कारण ही शगुन के तौर पर सामान खरीदने आ रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम ने शहर के विभिन्न बाजारों का दौरा किया। टीम ने पाया कि लोहड़ी को लेकर मिठाई बेचने वाले दुकानदार खजूर, पिन्नी व भुगा आदि बनाकर बेचने के लिए तैयार बैठे हैं। लोहड़ी के दिनों में शहर में ही बनते हैं खजूर
श्री कृष्ण मिष्ठान भंडार के मालिक बलविदर शर्मा व बंसल स्वीट्स के मालिक आनंद बांसल ने कहा कि खजूर लोहड़ी के दिनों की ही सौगात है। यह सिर्फ कुछ दिन तक ही बिकती है। यह मिठाई सिर्फ अमृतसर में ही बनती है। लोहड़ी में भुगा बादाम, तिल वाला भी काफी बिकता है। बाजार में इस समय देसी घी की खजूर 400 रुपये, गजरेला 300, भुग्गा 280, दाल पिन्नी 280 प्रति किलो बिक के हिसाब से रही है। वहीं नामवर दुकानों में करीब 600 रुपये प्रति किलो में यह सम्मान बिक रहा है। डालडा घी में बने खजूर 160 रुपये किलो बिक रही है। गजक व मूंगफली की बिक्री बढ़ी
सर्दी के मौसम व लोहड़ी के दिनों में गजक व मूंगफली का की बिक्री बढ़ गई है। विजय नगर के ब्रह्म देव ने बताया कि सामान महंगा होने के बावजूद कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई है। मूंगफली वाली गज्जक 120 रुपये, मूंगफली 100, रियोड़ी 100 रुपये, सिल वाली गज्जक 160 रुपये, सूत लडडू 100 रुपये, चिरवड़े 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है। पतंगों की हो रही खूब बिक्री, प्लास्टिक डोर का बोलबाला
लोहड़ी पर इस बार पतंगों की खूब बिक्री हो रही है। पतंगों के दाम भी बढ़े है। कई डिजाइनों की पतंगे मार्केट में है। इसके साथ ही प्लास्टिक डोर भी बिक रही है। पतंग विक्रेता मोहित कुमार विजय नगर ने बताया कि लोहड़ी में लगता है कि उनका सीजन अच्छा जाएगा। मौसम ठंडा है और हवा भी खूब चल रही है। यदि लोहड़ी पर बादल या बारिश नहीं आए तो उनकी बिक्री में उछाल आएगा।