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अमृतसर में प्रापर्टी डीलर मनप्रीत के घर NIA ने फिर दी दबिश, फ्लश किए सामान को खंगालेगी टीम

एनआइए की टीम ने एक बार फिर अमृतसर में प्रापर्टी डीलर मनप्रीत के घर दबिश दी है। मनप्रीत को कल ही हिरासत में ले लिया गया था। उससे पूछताछ की जा रही है। एनआइए को उसके घर पर फ्लश किए सामान को तलाशना है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 12:01 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 12:04 PM (IST)
मनप्रीत के घर दाखिल होती एनआइए की टीम। जागरण

जेएनएन, अमृतसर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency NIA) की टीम लगातार दूसरे दिन भी अमृतसर में प्रापर्टी डीलर मनप्रीत के घर पहुंची। मनप्रीत गत दिवस दबिश के दौरान घर से फरार हो गया था, लेकिन उसे बाद में लोहारका रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया गया था। अभी वह पुलिस हिरासत में है। घर से तलाशी के दौरान गत दिवस 20 लाख की ड्रग मनी व 130 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। टीम ने आज फ्लश किए सामान को सीवरेज में खंगालना था, लेकिन घरवालों ने दरवाजा नहीं खोला। इस पर टीम बैरंग लौट गई। हालांकि इसके बाद एक बार फिर टीम आई और घर के अंदर पहुंचने में सफल हो गई है। यह छापामारी अमृतसर में मई 2018 में पकड़ी गई 534 किलो हेरोइन मामले में की जा रही है।

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आज सुबह एनआइए की टीम मनप्रीत सिंह के घर पर पहुंची। उनके साथ फॉरेंसिक वैन और एक्सपर्ट भी थे। एनआइए की फारेेंसिक टीम ने आरोपित द्वारा फ्लश किए गए सामान को सीवरेज से खंगालना था, लेकिन परिवार के सदस्यों ने घर का दरवाजा नहीं खोला। इस कारण कारण टीम का कोई सदस्य घर के अंदर दाखिल नहीं हो पायाl स्थानीय पुलिस ने भी पड़ोसियों की छत पर जाकर घर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए। लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एनआइए टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा। इसके बाद एक बार फिर टीम पहुंच गई है। इस बार टीम घर के अंदर दाखिल होने में कामयाब हो गई है। छानबीन जारी है। 

मनप्रीत पर नशे की तस्करी, हत्या का प्रयास व आम्र्स एक्ट में कई मामले दर्ज हैं। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के एजेंट व तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता के इशारे पर काम करता था। चीता अभी जेल में है। आरोपित मनप्रीत को गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का भी करीबी बताया जाता है।

हिजबुल मुजाहिदीन के हिलाल से भी संबंध

एनआइए ने मीडिया में जारी अपने बयान में बताया है कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के हिलाल अहमद वागये की 22 अप्रैल, 2020 में हुई गिरफ्तारी की कड़ी में की गई है। मनप्रीत चीता के आदेश पर अपनी आइ-20 और वरना कार में हेरोइन, हथियार व ड्रग मनी ठिकाने लगा रहा था। मनप्रीत हवाला कारोबार को अंजाम दे रहा था। वह कुछ समय पहले ही विदेश से लौटा है। चीता की जम्मू-कश्मीर में मारे गए हिजबुल कमांडर रियाज अहमद नायकू से भी नजदीकियां थीं। हिलाल अहमद वागये को अमृतसर पुलिस ने 22 अप्रैल, 2020 को ट्रक और 32 लाख की ड्रग मनी के साथ काबू किया गया था।

ड्रग मनी से आतंकी संगठनों को फंडिंग करता था हिलाल

हिलाल अहमद अपने आका नायकू के लिए पंजाब के तस्करों से ड्रग मनी लेकर जम्मू-कश्मीर के आतंकी सगठनों को फंडिंग करता था। इस मामले में पंजाब पुलिस ने चीता के चचेरे भाई इकबाल सिंह उर्फ शेरा को भी काबू किया था।

हेरोइन को टायलेट में फ्लश करने की आशंका

आशंका है कि मनप्रीत को एनआइए के छापे से पहले ही भनक लग गई थी। एनआइए की टीम गत दिवस सुबह 11 बजे उसकी कोठी पर पहुंची, तो घर पर कोई नहीं था। दरवाजा खोलने के लिए एनआइए को स्थानीय पुलिस की मदद लेनी पड़ी। आशंका है कि मनप्रीत सिंह ने बड़ी मात्रा में हेरोइन को टायलेट में फ्लश कर दिया है। एनआइए ने घर के सीवरेज के ढक्कन भी खुलवाए, लेकिन जांच में कुछ नहीं मिला। कोठी के मालिक महेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने 16 हजार रुपये महीने के हिसाब से कोठी किराये पर दी थी। मनप्रीत अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ रह रहा था। उसका एक रिश्तेदार भी यहां रहता था। मनप्रीत ने कहा था कि वह अपनी पत्नी के साथ गांव में एक स्कूल चलाता है। महेश ने कोठी किराए पर देने से पहले पुलिस को भी जानकारी दी थी।


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