दस माह का बच्चा पहचानेगा अपना वारिस
अमृतसर रावण दहन के दौरान हुए ट्रेन हादसे में दस महीने के बच्चे के परिवार की पुलिस को तलाश है। हालाकि पुलिस ने इस बाबत जोड़ा फाटक और उसके आसपास के सभी इलाकों में बच्चे की पहचान के लिए मैसेज किया है। बताया जा रहा है कि हादसे में बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है।
जागरण संवाददाता अमृतसर
रावण दहन के दौरान हुए ट्रेन हादसे में दस महीने के बच्चे के परिवार की पुलिस को तलाश है। हालाकि पुलिस ने इस बाबत जोड़ा फाटक और उसके आसपास के सभी इलाकों में बच्चे की पहचान के लिए मैसेज किया है। बताया जा रहा है कि हादसे में बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ बच्चे की मां के ¨जदा होने की उम्मीद की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में एक महिला गंभीर हालत में बेसुध है, जिसके होश में आने पर पता चल सकता है कि बच्चा उसका है या किसी और का।
मौके पर मौजूद संगीता नाम की महिला ने बताया कि रावण जलने के दौरान वह दीवार के साथ सट कर पुतलों को जलता हुआ देख रही थी। उसकी आगे वाली पंक्ति में एक दंपती बच्चे को गोद में उठाए रावण की तरफ इशारे कर बच्चे को उसके बारे में बता रहे थे। इस दौरान बच्चा बार-बार उसकी (संगीता)तरफ देखकर हंसने लगता। इस बीच ट्रेन वहां पहुंच गई और बच्चे के पिता को जोरदार टक्कर लगने से बच्चा उछलकर उनकी गोद में आकर गिर गया। बच्चे की मां को भी चोटें लगी। लेकिन हादसे के बाद उन्होंने बच्चे को लेकर उसकी मां, पिता को जानने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें कहीं से बच्चे के वारिसों की कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। इसके बाद उन्होंने बच्चे के बारे में जिला प्रशासन को जानकारी दी। बाद दोपहर बच्चे को जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के पदाधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया था। सीजेएम सुमित मक्कड़ ने बताया कि बच्चा सुरक्षित है। उसके वारिसों की तलाश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। एक महिला बेहोश है। उम्मीद है वही बच्चे की मां है।