पेट्रोल पंप पर होटल चला रहे तीन प्रबंधकों को नोटिस
दैनिक जागरण द्वारा शहर में पेट्रोल पंपों पर अवैध रूप से चल रहे होटलों का पर्दाफाश करने के बाद नगर निगम ने इसकी फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू कर दी है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर
दैनिक जागरण द्वारा शहर में पेट्रोल पंपों पर अवैध रूप से चल रहे होटलों का पर्दाफाश करने के बाद नगर निगम ने इसकी फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू कर दी है। अवैध निर्माणों पर कार्रवाई के लिए बनाई गई कमेटी के अधिकारियों अस्टेट आफिसर कम सचिव सुशांत भाटिया और सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्रजीत सिंह ने वीरवार को रानी का बाग स्थित पेट्रोल पंप में चल रहे होटल व कॉमर्शियल अदारों को चेक किया। उन्होंने प्रबंधकों से होटल की एनओसी व सभी दस्तावेज होने की बात तो कहीं, पर मौके पर कुछ भी अधिकारियों को नहीं दिखा सके।
उधर, एमटीपी विभाग ने भी तीन पेट्रोल पंपों में चल रहे होटलों को नोटिस देते हुए तीन दिनों में जवाब देने को कहा है। अस्टेट अधिकारी सुशांत भाटिया ने बताया कि रानी का बाग स्थित पेट्रोल पंप की कुल जगह आठ सौ गज है, जिसमें साढ़े चार सौ गज में पंप और तीन सौ गज पचास होटल बना हुआ है। पचास गज जगह खाली है। 19 कमरों के होटल को प्रबंधकों ने आगे किराये पर दिया हुआ है और वहां पर एक जेंट्स असेसरी शॉप भी चल रही है। एक ट्यूशन सेंटर बंद पड़ा है। मौके पर प्रबंधक विनोद गुप्ता होटल व कमर्शियल निर्माण को लेकर कोई भी एनओसी या दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह खुद आफिस आकर दस्तावेज चेक करवा देंगे। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों को खंगाला जाएगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि रिहायशी एरिया में पेट्रोल पंप की आज्ञा कैसे मिली हुई है या भी चेक दिया जाएगा। एमटीपी विभाग ने भी तीन में मांगा जवाब
एमटीपी विभाग ने भी पेट्रोल पंपों पर चल रहे होटलों पर शिकंजा कस दिया है। दैनिक जागरण की खबर के बाद सक्रिय हुए एमटीपी विभाग ने तीन होटलों को नोटिस भेजते हुए तीन दिन में जवाब देने को कहा है। एमटीपी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि दोबुर्जी और रेलवे वर्कशॉप के पास पेट्रोल पंपों पर चल रहे होटलों को नोटिस देते हुए उनसे दस्तावेज दिखाने को कहे गए हैं। वर्कशॉप वाला होटल बिल्कुल अवैध बना हुआ है। एटीपी संजीव देवगन ने बताया कि रानी का बाग पेट्रोल पंप पर चल रहे होटल की बाबत भी प्रबंधकों से दस्तावेज मांगे गए हैं। सही जानकारी नहीं दे रहे मेयर व कमिश्नर: युनस
डिप्टी मेयर युनस कुमार ने पेट्रोल पंपों पर चल रहे होटलों की बाबत जनवरी में मेयर, कमिश्नर और एमटीपी विभाग को पत्र लिखे थे, पर उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अब भी एरिया एटीपी जानकारी छुपा रहे हैं। चार-पांच पेट्रोल पंपों पर नहीं, बल्कि एक दर्जन से अधिक पेट्रोल पंपों पर होटल अवैध रूप से चल रहे हैं। उनके पास न तो निगम की एनओसी है और न ही कॉमर्शियल ट्रेड लाइसेंस। रिहायशी क्षेत्रों में तो वैसे भी पेट्रोल पंप खुल नहीं सकते, ऐसे में वह भी अपने आप में जांच का विषय है। पेट्रोल पंपों पर चल रहे होटलों को लेकर एमटीपी विभाग से रिपोर्ट तलब की गई थी। आज तीन होटलों को लेकर को लेकर रिपोर्ट एमटीपी विभाग ने दी है। तीनों होटलों को नोटिस भेजते हुए उन्हें तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है। जवाब आने के बाद वेरिफिकेशन करते हुए इन पर बनती कार्रवाई की जाएगी।
- संदीप रिशी, एडीशनल कमिश्नर