पक्की छत बनवाने का झांसा देकर ठग रहा था, निगम टीम ने दबोचा
। सरकार की ओर से कच्चे घरों की छतों को पक्का करने के लिए 50 हजार की ग्रांट दी जाती है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
सरकार की ओर से कच्चे घरों की छतों को पक्का करने के लिए 50 हजार की ग्रांट दी जाती है। इसके लिए नगर निगम के सेनेटरी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है कि उन घरों का सर्वे करके सरकार को सूचित करेंगे कि क्या सही में उनके घर की छतें कच्ची हैं। इसका फायदा गरीब जनता को मिले या न मिले परंतु कुछ ऐसे शातिर लोग उन मजबूर लोगों की सादगी का फायदा उठाने से नहीं चूकते। कुछ इसी तरह का मामला फैजपुरा स्थित संजय गांधी कॉलोनी में देखने को मिला। इलाके में कच्चे घरों को पक्का करने के लिए सरकार की तरफ से सेनेटरी इंस्पेक्टरों की जगह एक प्राइवेट व्यक्ति ही लोगों के फार्म भरने के 200 रुपये ले रहा था तथा 50 हजार दिलाने में मदद करने की एवज में 500 रुपये ले रहा था।
इसकी भनक जब इलाके के प्रधान तरसेम को लगी तो उन्होंने इलाके के सेनेटरी अधिकारी दिलबाग सिंह भुल्लर को फोन पर बताया। सुबह 6 बजे सेनेटरी अधिकारी दिलबाग सिंह भुल्लर अपने इलाके के सारे मुलाजिमों लेकर प्रधान के घर पहुंचे। इस दौरान प्रधान तरसेम ने सभी की पहचान की परंतु उनमें पैसे ऐंठने वाला वह व्यक्ति नहीं था। प्रधान ने बताया कि पैसे लेने वह व्यक्ति आज भी आने वाला है। कुछ देर बाद मौके पर पैसे ऐंठने वाला पहुंच गया। लोगों ने उसकी पहचान की तो वह निगम का मुलाजिम नहीं बल्कि कोई प्राइवेट व्यक्ति निकला। इस दौरान दिलबाग भुल्लर ने सेनेटरी अधिकारी अमर सिंह, विजय गिल, ब्रह्मदास, संजीव दीवान, दिलबाग रंधावा इत्यादि को बुला लिया। युवक की पहचान हरप्रीत के तौर पर हुई जो किसी ठेकेदार के पास काम करता था। गुस्साए इलाके के लोगों व सेनेटरी अधिकारियों ने उस युवक की धुनाई भी की। उसके बाद फ्रॉड करने वाला युवक लोगों से माफी मांगने लगा। इलाके के लोग उसे फैजपुरा चौकी में ले गए। लोगों की शिकायत नहीं मिलने से छूट गया आरोपित इस संबंध में जब फैजपुरा चौकी के प्रभारी एएसआइ बलविदर सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ लोग युवक को लेकर पहुंचे थे परंतु उसकी कोई शिकायत नहीं दी। इस कारण कोई कार्रवाई नही की गई। शिनाख्ती कार्ड मांगे जनता : विजय गिल सेनेटरी इंस्पेक्टर विजय गिल ने कहा कि कुछ लोग नकली सेनेटरी इंस्पेक्टर बनकर लोगों को परेशान कर रहे हैं। लोग उनसे शिनाख्ती कार्ड मांगें ताकि जनता के साथ किसी तरह कोई गलत व्यक्ति ठगी न कर सके।