गैंगस्टर भगवानपुरिया बन गहना व्यापारी से मांगे दस लाख रुपये
दस लाख की फिरौती मांगने के आरोप में वेरका थाने की पुलिस ने दो आरोपितों को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता. वेरका अमृतसर : गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया बन फोन कर गहना व्यापारी से दस लाख की फिरौती मांगने के आरोप में वेरका थाने की पुलिस ने दो आरोपितों को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से दो मोबाइल और वह सिम बरामद किया गया है, जिससे कारोबारी को धमकाया गया था। एडीसीपी जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से किसी गैंगस्टर के साथ संबंध नहीं है। अमीर बनने की चाह में आरोपितों ने उक्त वारदात को अंजाम दिया और जल्द ही पकड़े गए। फिलहाल पुलिस ने वेरका निवासी दीपक जोड़ा के बयान पर पट्टी भारा निवासी इंद्रजीत सिंह और गुरु नगर निवासी आकाशदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दीपक ने पुलिस को बताया कि वह वेरका इलाके में भरावां दी हट्टी नाम से गहनों का कारोबार करते हैं। 15 जून की दोपहर 11:35 बजे वह अपनी दुकान पर बैठे थे। उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से घंटी बजी। दूसरी तरफ से युवक ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया बताया। आरोपित ने बताया कि अगर वह अपनी जान बचाना चाहता है तो उसे दस लाख रुपये का भुगतान करे। कारोबारी ने फोन कर रहे गैंगस्टर की डिमांड का विरोध किया तो आरोपित ने उसे धमकाया कि उसका पिता अस्पताल में दाखिल है। वह उसकी (पिता) की कभी भी अस्पताल में घुसकर हत्या कर सकता है। दीपक ने बताया कि पिता के बारे में आरोपितों के पास जानकारी होने की बात सुनकर वह सहम गए। आरोपित ने यह भी धमकाया कि अगर पुलिस में शिकायत की गई तो अंजाम भयंकर हो सकते हैं। इसके बाद उन्होंने किसी से बात नहीं की। बुधवार सुबह तरनतारन के भिखीविड इलाके से उनके ससुर बलजीत सिंह उनके घर पहुंचे तो उन्होंने सारा मामला उन्हें बता दिया। गैंगस्टर के नंबर पर कई बार फोन किया गया, लेकिन वह लगातार बंद आ रहा था। बलजीत सिंह ने उन्हें किसी तरह सांत्वना दी और पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस ने कुछ ही देर में कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर बनकर फोन करने वाले युवकों का पता निकाल लिया। कुछ ही देर में दोनों आरोपितों को धर लिया गया।
कारोबारी के परिवार में खौफ
कारोबारी दीपक जोड़ा से कई बार बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने उक्त मामले को लेकर किसी तरह की बात करने से साफ इनकार कर दिया। स्पष्ट है कि फोन करने वाले चाहे नकली गैंगस्टर थे, लेकिन जनता के दिल और दिमाग पर आतंक फैलाने वालों का खौफ किस कदर है। मामला सुलझ जाने के बाद भी दीपक और उनका परिवार खौफ में है।
आरोपितों को सिम बेचने वाला दुकानदार भी हिरासत में
एडीसीपी जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि मोबाइल रिचार्ज करने वाले एक दुकानदार को भी हिरासत में लिया गया है। पता चला है कि आरोपितों ने जिस नंबर से कारोबारी दीपक को फोन किया था, वह कुछ दिन पहले ही खरीदा गया था। पुलिस ने मोबाइल सिम बेचने वाले युवक को भी हिरासत में लिया है। सिम किस प्रूफ पर खरीदा गया इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
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