कश्मीर की तर्ज पर मिलें पंजाब सीमांत के लोगों को सहूलियतें : बलविदर
अमृतसर इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) अटारी लेबर यूनियन के प्रधान बलविदर सिंह ने कहा कि जब-जब भारत-पाक में तनाव हुआ पंजाब के सीमांत गांवों के लोगों को इसका खमियाजा उठाना पड़ा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) अटारी लेबर यूनियन के प्रधान बलविदर सिंह ने कहा कि जब-जब भारत-पाक में तनाव हुआ, पंजाब के सीमांत गांवों के लोगों को इसका खमियाजा उठाना पड़ा। अब 14 फरवरी पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की बस पर आतंकी हमले के बाद भी सबसे ज्यादा असर अटारी के लोगों पर पड़ा है। लेबर यूनियन के नेता बलंिवदर सिंह ने केंद्र सरकार से कहा कि उन्हें भी कश्मीर की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएं, ताकि वे लोग अपने परिवारों के भरण-पोषण को लेकर चितामुक्त हो सकें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के जिस बार्डर पर रोजाना पाक की तरफ से फायरिग की जा रही है, वहां दोनों देशों के बीच कारोबार हो रहा है। मगर यहां आईसीपी अटारी के जरिए पाकिस्तान से होने वाले कारोबार पर 200 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगाए जाने के बाद 400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार आईसीपी अटारी बेकार होने लगा है। इसके चलते 10 से 15 हजार परिवारों की हालत दयनीय होने लगी है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी वे जल्द ही राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक, सांसद गुरजीत सिंह औजला और हल्का विधायक तरसेम सिंह डीसी से मिलेंगे ताकि केंद्र सरकार उनकी रोजी-रोटी का कुछ सोच सके। इस मौके पर लेबर यूनियन के नेता बूटा सिंह, कश्मीर सिंह, दयाल सिंह, गुरसाहिब सिंह, दयाल सिंह, तरसेम सिंह, अमरीक सिंह , जसपाल सिंह, हरभजन सिंह, दलबीर सिंह, बलविदर सिंह और सोना आदि भी उपस्थित थे।