लेबर कोर्ट के बाहर श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना
न्यू अमृतसर स्थित लेबर कोर्ट के सामने सीटीयू स्टेट कमेटी के आह्वान पर श्रमिक संघों की मांगों को लेकर श्रमिक कार्यकर्ताओं ने अवतार सिंह अदली वाला बलदेव सिंह पंडोरी धर्म सिंह पट्टी और राम दरश गौतम की अध्यक्षता में धरना दिया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: न्यू अमृतसर स्थित लेबर कोर्ट के सामने सीटीयू स्टेट कमेटी के आह्वान पर श्रमिक संघों की मांगों को लेकर श्रमिक कार्यकर्ताओं ने अवतार सिंह अदली वाला, बलदेव सिंह पंडोरी, धर्म सिंह पट्टी और राम दरश गौतम की अध्यक्षता में धरना दिया।
धरने में सीटीयू पंजाब राज्य के संयुक्त सचिव कामरेड जगतार सिंह करमपुरा ने कहा कि हर तरफ मंदी है। नियोक्ता मजदूरी में कटौती कर रहे हैं, निर्माण श्रमिकों को नियमित काम नहीं मिल रहा, महंगाई आसमान छू रही है। अन्य चीजों के अलावा रसोई गैस और बिजली के बिलों का बोझ मजदूरों के लिए सिरदर्द बन रहा है।
ट्रेड यूनियनों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन श्रम अधिकारी को सौंपा जिसमें उन्होंने मांग की कि कारपोरेट घरानों और श्रम विरोधी लेबर कोड को रद किया जाए, एक मार्च, 2020 से जारी मुद्रास्फीति सूचकांक को तुरंत जारी किया जाए, भट्टों और विभिन्न कारखानों में श्रम कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए और बोनस सहित न्यूनतम वेतन सुनिश्चित किया जाए। निर्माण श्रमिकों के शेष नवीनीकरण को निर्माण अधिनियम 1996 के तहत आफलाइन किया जाना चाहिए। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, ट्रेन बस किराए, बढ़ती घी, तेल, दालों आदि की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाई जाए। मनरेगा मजदूरों को पूरे साल काम दिया जाना चाहिए और महंगाई के इस युग में न्यूनतम मजदूरी 700 रुपये होनी चाहिए। इसके अलावा एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए, आवश्यक वस्तुओं की सब्सिडी को सुनिश्चित किया जाए, महिलाओं को पुरुषों के समान मजदूरी मिलनी चाहिए और काम केवल आठ घंटे ही तय किया जाना चाहिए।