डर से KZF आतंकी ने जेल में जला दिया मोबाइल, इनकी गिरफ्तारी से था पूछताछ का था खतरा
सरहिंद में पकड़े गए दो साथियों की गिरफ्तारी की भनक लगते ही फताहपुर जेल में बंद KZF आतंकी शुभदीप सिंह ने अपना मोबाइल फोन जलाकर नष्ट कर दिया।
अमृतसर [नवीन राजपूत]। फताहपुर जेल में बंद खालिस्तान जिंदा फोर्स (KZF) के आतंकी शुभदीप सिंह ने सरहिंद के पास अपने दो साथियों की गिरफ्तारी की भनक लगते ही अपना मोबाइल फोन जलाकर नष्ट कर दिया। जेल में ही उसे पता चल गया था कि पुलिस ने उसके साथी हरजीत सिंह और शमशेर सिंह को हथियारों के साथ काबू कर लिया है। उसे यह भी पता चल गया था कि कुछ देर में सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उस तक पहुंच जाएंगे और उसके मोबाइल को बरामद कर कई राज उगलवा लेंगे। फिलहाल जेल प्रशासन ने आरोपित के कब्जे से मोबाइल के अवशेष बरामद कर लिए हैंं।
उधर, इस्लामाबाद थाने की पुलिस ने असिस्टेंट जेल सुपरिंटेंडेंट भगवंत सिंह के बयान पर घरिंडा थानांतर्गत पड़ते चीचा गांव निवासी शुभदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने बताया कि
आरोपित को जल्द प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। शुभदीप सिंह के इशारे पर उन्होंने मध्य प्रदेश और हरियाणा से हथियारों की खेप ली थी, जिसे आगे पंजाब में किसी आतंकी को सुरक्षित पहुंचाया जाना था।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपित शुभदीप जेल में रहते हुए कनाडा और जर्मन में रह रहे कुछ खालिस्तानी आतंकियों के संपर्क में है। स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल ने 25 सितंबर को शुभदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये हथियार मंगवाने के मामले में पुलिस की यह छठी गिरफ्तारी थी। हालांंकि पुलिस ने उक्त सारे प्रकरण में होशियारपुर के चार आतंकियों सहित कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। हत्या प्रयास के मामले में जेल में रहते हुए शुभदीप सिंह की मुलाकात साल 2016 में आतंकी मान सिंह के साथ हुई थी। आतंकी मान सिंह के कई रिश्तेदार कनाडा और जर्मन में रहते हुए देश विदेश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
क्रेश ड्रोन को ठिकाने लगाया था शुभदीप ने
पाकिस्तान से हथियारों की खेप लाने वाला ड्रोन खेमकरण सेक्टर में उतारा जाना था, लेकिन हथियारों का ज्यादा वजन होने के कारण वह क्रेश हो गया था। ड्रोन जमीन पर गिरते ही भारतीय और पाकिस्तानी तस्करों के होश फाख्ता हो गए थे। तभी जले हुए ड्रोन के अवशेष एकत्र करके उन्हें ठिकाने लगाने का जिम्मा शुभदीप सिंह को दिया गया था। शुभदीप सिंह मूलरूप से घरिंडा के चीचा का रहने वाला है और सीमांत क्षेत्र से अच्छी तरह से परिचत है। एनआइए ने शुभदीप सिंह की निशानदेही पर एक बंद फैक्ट्री से ड्रोन के पुर्जे बरामद किए थे। इसके बाद ड्रोन के कुछ पुर्जे झब्बाल नहर से भी मिले थे।