कुलवंत राय शर्मा ने निजी स्कूलों के अधिकारों की रक्षा की : रविदर मान
स्व. कुलवंत राय शर्मा को सोमवार को समाज के विभिन्न वर्गों ने नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: मान्यता प्राप्त व एफिलिएटेड स्कूल्स एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव व पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सदस्य स्व. कुलवंत राय शर्मा को सोमवार को समाज के विभिन्न वर्गों ने नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पुष्पावती हाल निकट शिवाला बाग भाइया में आयोजित किए गए श्रद्धांजलि समारोह में स्व. कुलवंत राय शर्मा की पत्नी सुभाष कांता व पुत्र सुजीत शर्मा बबलू ने शोक प्रकट किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। रासा के प्रदेश प्रधान रविदर सिंह मान व रासा जिला के वरिष्ठ नेता सुशील अग्रवाल ने कहा कि कुलवंत राय शर्मा ने जीवन के अंतिम श्वास तक निजी स्कूलों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी। शर्मा द्वारा रासा के स्कूलों के लिए दी गई कुर्बानियां कभी भुलाई नहीं जा सकती।
यहां मेयर करमजीत रिटू, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी, जिला कांग्रेस प्रधान जतिदर सोनिया, पार्षद विकास सोनी, सुरिदर शिदा, परमजीत चोपड़ा, महेश खन्ना, गिरीश शर्मा, ताहिर, सलीम पहलवान, जोगिदर पाल ढींगरा, जय गोपाल लाली, सुधीर सूरी, बलदेव महाजन, विजय वर्मा, भारती आंगरा, सिकंदर चौहान, भारत भूषण भोला, संजीव शर्मा, राजपाल महाजन, मुकेश महाजन, गुरविदर सिंह पप्पी, हरदीप सिंह, पीएसईबी से सुखविदर कौर सरोआ, जुगराज रधावा, डिप्टी डीईओ राजेश शर्मा, पवनदीप सिंह, जतिदर पाल सिद्धू, तरनतारन के डीईओ कंवलजीत सिंह, मनीष सोनी, रासा पंजाब से डॉ. रविदर मान, राजकंवलप्रीत लक्की, जगत पाल महाजन, डॉ. गुरदीप रंधावा, डा. विनोद कपूर, जगजीत सिंह, एचएस कठानिया, अरुण मनसोत्रा, कमलजोत सिंह, दविदंर पिपलानी, डीएस पठानिया, सुशील अग्रवाल, रवि पठानिया, रवि शर्मा, अमोलक सिंह, कुलजीत सिंह बाठ, राजेश प्रभाकर, मुकेश पुरी, सुमित पुरी, सोहन सिंह, नरिदर पाल सिंह, बलविदर सिंह, अजय कंवर, स्व. कुलवंत राय शर्मा के दामाद राकेश शर्मा ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पिता की बागडोर संभालने को किया प्रेरित
श्रद्धांजलि समारोह में समाज के राजनीतिक, धार्मिक व शिक्षाविद नेताओं ने बबलू को अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए रासा की बागडोर संभालने के लिए प्रेरित किया तथा उनकी विरासत को अपनाने का आग्रह किया। रासा के प्रदेश महासचिव रविदर सिंह मान ने सुजीत शर्मा बबलू को पिता कुलवंत राय शर्मा का ओहदा संभालने के लिए तैयार रहने को कहा। जिसका अनुमोदन कई राजनीतिज्ञों व शिक्षाविदों ने किया।