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किसानों ने हरियाणा और केंद्र सरकार के पुतले जलाए

अमृतसर जिले के कई गांवों में किअमृतसर जिले के कई गांवों में किसानों ने बुधवार को कृषि सुधार कानून के विरोध में हरियाणा और केंद्र सरकार के पुतले फूंके।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:20 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 12:20 AM (IST)
किसानों ने हरियाणा और केंद्र सरकार के पुतले जलाए
किसानों ने हरियाणा और केंद्र सरकार के पुतले जलाए

जागरण संवाददाता, अमृतसर : जिले के कई गांवों में किसानों ने बुधवार को कृषि सुधार कानून के विरोध में हरियाणा और केंद्र सरकार के पुतले फूंके।

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किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू और महासचिव सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार किसान आंदोलन की राह में बाधा डाल रही है। हरियाणा बार्डर पर किसानों को रोकने की हरियाणा सरकार की योजना स्पष्ट करती है किसान आंदोलन ने केंद्र सरकार की नींद उड़ा दी है। दोनों किसान नेताओं ने कहा कि संगठन की ओर से कत्थूनंगल जोन के 16 गांवों के किसानों का जत्था 26 को अमृतसर से दिल्ली से रवाना होगा।

दूसरी ओर दल खालसा के किसान विग के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिल्ली के लिए जत्था रवाना करने से पहले किसान नेता हरपाल सिंह चीमा और बलदेव सिंह सिरसा के नेतृत्व में श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास की। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार का किसानों के प्रति हठी व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। हम अरदास करके दिल्ली जा रहे है। हमे जहां भी रोका जाएगा हम वहीं, धरना शुरू कर देंगे। दूसरी तरफ अमृतसर में राज्य सभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर, टोल प्लाजा मानावाला, अजनाला रोड और टोल प्लाजा कत्थूनंगल में भी किसानों का धरना बुधवार को भी जारी रहा।

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जंडियाला गुरु में ट्रैक पर डटे किसान

उधर, जंडियाला गुरु में रेल ट्रैक पर धरना दे रही किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने दोबारा एलान किया है कि उनका संगठन यात्री ट्रेनों के लिए जंडियाला गुरु रेलवे स्टेशन पर रास्ता नहीं देगा। जबकि पहले के एलान के अनुसार मालगाड़ियों को किसी भी तरह रोका नहीं जाएगा। अगर सरकार ने ट्रेनें तरनतारन ट्रैक के माध्मय से भेजने का फैसला लिया है तो कोई एतराज नहीं है। संगठन के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि कृषि सुधार कानूनों रद करवाने के लिए आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कानून वापस नहीं ले लिए जाते।


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