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खेलों के 6.50 लाख की राशि डीईओ दफ्तर ने रोकी

संवाद सहयोगी, अमृतसर शिक्षा विभाग के जिला सहायक शिक्षा खेल अधिकारी की ओर से दिसंबर 2017 में करवाई

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 May 2018 07:24 PM (IST)Updated: Tue, 15 May 2018 07:24 PM (IST)
खेलों के 6.50 लाख की राशि डीईओ दफ्तर ने रोकी
खेलों के 6.50 लाख की राशि डीईओ दफ्तर ने रोकी

संवाद सहयोगी, अमृतसर

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शिक्षा विभाग के जिला सहायक शिक्षा खेल अधिकारी की ओर से दिसंबर 2017 में करवाई गयी खेलों के छह लाख 50 हजार रुपये की राशि डीईओ दफ्तर ने रोक ली है। बताया जा रहा है कि यह राशि डीईओ की ओर से गठित की गयी कमेटी की रिपोर्ट व आडिट होने के बाद जारी की जाएगी। खेल अधिकारी का कहना है कि उन्होंने राशि लेने के लिए कई बार डीईओ दफ्तर की लेखा ब्रांच में नो¨टग करवाई और राशि रिलीज करने की अपील की। परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग की ओर से जिला अमृतसर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की दिसंबर में अलग अलग खेलों का आयोजन किया जाता है। खेलों में भाग लेने के लिए विद्यार्थी लुधियाना, मोहाली, गुरदासपुर, होशियारपुर, ब¨ठडा आदि जिलों में अध्यापकों की अगवाई में बनाई कमेटी के साथ गए थे। सहायक खेल अधिकारी बल¨वदर ¨सह ने उक्त खेलों के लिए साल 2017 जून जुलाई में डीईओ सेकेंडरी से बजट की पहले मांग की थी पर पहले बजट क्या मिलना था, खेलों के आयोजन हुए पांच माह बीत गए हैं आज तक बजट की फाइलों पर अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं किए गए है।

सहायक जिला खेल अधिकारी बल¨वदर ¨सह ने इस मामले पर जब बातचीत की तो उन्होंने कहा कि डीईओ दफ्तर की ओर से समय पर बजट न देने के कारण उनकी व कमेटियों की अगवाई करने वाले अध्यापकों की ओर से अपने पास से छह लाख पचास हजार रुपये खर्च किए थे पर अब पांच महीने बीत गए है अभी तक कार्यालय की लेखा बांच में ही फाइलें पड़ी है। कई बार अधिकारियों को फाइलों पर हस्ताक्षर करवा कर रकम जारी करवाने के लिए कहा गया है पर अभी तक सुनवाई अमल में नहीं आई है।

आडिट रिपोर्ट के बाद ही जारी किया जाएगा पैसा : डीईओ

डीईओ सेकेंडरी सुनीता किरण ने कहा कि खेलों के आयोजन के लिए एडवांस पैसा दिया गया था। कई बार तो वह अपनी पाकेट से भी पैसे दे चुके हैं। अब राशि को सैटल करना है। कैशियर को सैटलमेंट के लिए लेटर देनी है। एईओ को यह नियम फालो करने होंगे। आडिट करने के लिए कमेटी भी बनाई गयी है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही सरकारी पैसा जारी किया जाएगा। पहले एईओ को बताना होगा कि पैसा कहां-कहां खर्च हुआ है। उसकी सारी रिपोर्ट पेश करनी होगी।


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