महामारी में लिखी जेफरी आर्चर की किताब टर्न ए ब्लाइंड आई हुई रिलीज
विश्व के किसी भी देश का लेखक हो उसके लेखन को प्रफुल्लित करने के मकसद से प्रभा खेतान फाउंडेशन कभी पीछे नहीं रहता है क्योंकि लेखक ही समाज को आईना दिखाता है।
जासं, अमृतसर : विश्व के किसी भी देश का लेखक हो, उसके लेखन को प्रफुल्लित करने के मकसद से प्रभा खेतान फाउंडेशन कभी पीछे नहीं रहता है, क्योंकि लेखक ही समाज को आईना दिखाता है। इसी के तहत दैनिक जागरण, एससीएल श्री सीमेंट व किताब बुक्स के सहयोग से एक वेबिनार करवाया गया। इसमें थ्रिलर एंड ड्रामा के विषय पर नावल, कहानियों की लगभग 50 किताबें लिखे चुके 81 वर्षीय जेफरी आर्चर विशेष तौर पर जुड़े। उनके साथ बातचीत करने की भूमिका चेन्नई से एहसास आफ वुमेन विद्या गजापति राजू सिंह ने निभाई।
इस दौरान जेफरी आर्चर की किताब 'टर्न ए ब्लाइंड आई' का भी विमोचन किया गया। यह किताब उन्होंने कोविड महामारी के दौरान लिखी है। जेफरी आर्चर दुनिया के पसंदीदा कहानीकारों में से एक हैं और चार दशक के करियर में दुनिया भर में बेस्टसेलर सूची में शीर्ष पर हैं। वह एकमात्र ऐसे लेखक हैं, जो फिक्शन, लघु कथाओं और नान-फिक्शन (दा प्रीजन डायरीज) में नंबर वन बेस्टसेलर रहे हैं। यह है नई किताब की कहानी
'टर्न ए ब्लाइंड आई' डिटेक्टिव इंस्पेक्टर विलियम वारविक के विषय में लेखक जेफरी आर्चर की तीसरी किताब है। यह किताब विलियम वारविक को डिटेक्टिव रैंक मिलने के बाद उसका काम प्रफुल्लित करने के मकसद से लिखी गई है। जेफरी के मुताबिक वह देश की पुलिस फोर्स में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही टर्न ए ब्लाइंड आई के माध्यम से लेखक जेफरी स्पष्ट करते हैं कि विलियम वारविक के पिता और बहन भी भ्रष्टाचार ही नहीं बल्कि देश में नशे के सौदागरों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। इंस्पेक्टर डिटेक्टिव विलियम वारविक को जब अपने पिता और बहन की तरफ से शुरू किए गए काम का पता चलता है, तो उसे महसूस होता है कि उसके पिता और बहन के साथ-साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किए उसके काम का आपस में कनेक्शन है। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए शुरू किया गया उसका काम जैसे-जसे आगे बढ़ता है, तो उसे मालूम पड़ता है कि उसके कई मित्र भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आखें मूंद बैठे हुए हैं, जोकि जेफरी की 300 पन्नों वाली किताब 'टर्न ए ब्लाइंड आई' का शीर्षक निकलता है। जेफरी विश्व भर में मशहूर स्टोरी टेलर: प्रणीत बब्बर
एहसास वुमेन आफ अमृतसर की प्रणीत बब्बर का कहना है कि जेफरी आर्चर विश्व भर में मशहूर स्टोरी टेलर हैं। उनका कहना है कि वह अपने बचपन से ही उनकी किताबें पढ़ती आ रही हैं। उनके पिता इंद्र चोपड़ा ने भी जेफरी आर्चर की कोई भी किताब बिना पढ़े नहीं छोड़ी। स्टोरी को अपने ही अंदाज में पेश करते हैं आर्चर : प्रीति
एहसास वुमेन आफ अमृतसर की प्रीति गिल का कहना है कि जेफरी आर्चर को कभी सुनने का अवसर नहीं मिलता है, क्योंकि लेखक होने की वजह से वह अकसर ही टूर पर रहते हैं। वह अपनी स्टोरी को अपने ही अंदाज में पेश करते हैं, जोकि सुनने वालों के मन में शब्दश: उतर जाती हैं। जेफरी की किताबें बचपन से पढ़ रहे: जसमीत नैयर
एहसास वुमेन आफ अमृतसर की ही जसमीत नैयर का कहना है कि जेफरी आर्चर को वह बचपन से ही पढ़ती आ रही हैं, क्योंकि उनके लेखन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने आधा दर्जन के करीब प्ले लिखे हैं, जिसमें बियोंड रिसनेबल डाउट, एक्सक्लूसिव और दा एक्यूस्ड के नाम मुख्य हैं। किताब लिखने के बाद 14 बार चेक किया : शीतल खन्ना
एहसास वुमेन आफ अमृतसर की शीतल खन्ना का कहना है कि जेफरी आर्चर ने कोविड महामारी में यह नई किताब लिखनी शुरू की थी। किताब को फाइनल करने तक उन्होंने 14 बार इसे जांचा है। उनकी तरफ से अपनी ही किताब को इतनी बार जांचने में भी एक शिक्षा है।