कल के अनपढ़ वही होंगे जिन्होंने सीखना नहीं सीखा: प्रो. नागराजन
इंडियन इस्टीट्यूट आफ मैनेजमेट (आइआएम) अमृतसर ने दो दिवसीय पांचवां वार्षिक फाइनांस एंड मार्केटिग कान्क्लेव- परिप्रेक्ष्य 21 का वर्चुअली आयोजित किया।
जासं, अमृतसर: इंडियन इस्टीट्यूट आफ मैनेजमेट (आइआएम) अमृतसर ने दो दिवसीय पांचवां वार्षिक फाइनांस एंड मार्केटिग कान्क्लेव- परिप्रेक्ष्य 21 का वर्चुअली आयोजित किया। कान्क्लेव में फाइनांस और मार्केटिग के क्षेत्र में हाल के रुझानों और प्रगति पर चर्चा की गई। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नागराजन राममूर्ति ने उद्योग में हो रहे परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कल के अनपढ़ वे नहीं होंगे, जो पढ़ना नहीं जानते, बल्कि वे होंगे जिन्होंने सीखना नहीं सीखा। संस्थान के फाइनांस एंड इकनामिक्स क्लब के फैकल्टी एंकर प्रो. उदयन शर्मा ने कोविड महामारी में उद्योग के बदले परिदृश्य पर प्रकाश डाला। छात्र मामलों के सह-अध्यक्ष प्रो. चेतन चित्रे ने भी अपने विचार रखे। पहले दिन की पैनल चर्चा का विषय मरजर एंड एक्युजिशन और दूसरे दिन की पैनल चर्चा का विषय मार्केटिग रहा। इसमें विषय के माहिरों ने कोविड-19 की ओर से उद्योग के समक्ष खड़ी की गई चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
पैनल चर्चा में टाटा स्काई लिमिटेड के सीएफओ संबासिवन, लोकोनाव के सीएफओ विकास रल्हन, जायडस ग्रुप के सीएफओ नितिन पारेख, सुबेक्स के वरिष्ठ वीपी और सीएफओ वेंकटरमण जीएस, लिबर्टी हाउस ग्रुप इंडिया के ग्रुप सीएफओ रघुपति मिश्रा, सेल्सफोर्स के वरिष्ठ रणनीतिक सलाहकार व पूर्व बैंकर प्रवीणा कला, जाइकस के मुख्य मार्केटिग अधिकारी अमित शाह, स्टार्टअप एडवेंचरर और पूर्व मुख्य मार्केटिग अधिकारी रितेश घोषाल, ल्यूमिनस पावर टेक्नोलाजीज (पी) लिमिटेड की मुख्य मार्केटिग अधिकारी रुचिका गुप्ता, एमपीएई ग्लोबल पेमेंट टेक के मुख्य मार्केटिग अधिकारी देब गूहा, टीवीएस आटोमोबाइल साल्यूशंस लिमिटेड के एसवीपी व मार्केटिग प्रमुख आलोक सरावगी, एसबीआइ के पूर्व एमडी व उत्कर्ष स्माल फाइनांस बैंक के अध्यक्ष परवीन कुमार गुप्ता विशेषरूप से शामिल हुए।